Book Title: Mahavira Jayanti Smarika 1975 Author(s): Bhanvarlal Polyaka Publisher: Rajasthan Jain Sabha Jaipur View full book textPage 3
________________ श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र श्री महावीरजी १. भगवान महावीर के २५०० वें परिनिर्वाण महोत्सव पर स्वीकृत योजनाएं (श्र) श्री महावीर जी क्षेत्र पर निर्माणधीन योजनाएं : : (१) महावीर स्तूप (२) नेत्र चिकित्सालय (३) आधुनिक भोजनशाला (४) प्रवचन हाल (५) अधिक उत्तम आवास व्यवस्था के लिए कुछ और कमरे । ( श्रा) साहित्य प्रकाशन : (१) महावीर काव्य माला (२) भगवान महावीर, जैन दर्शन, महावीर वाणी आदि के रूप में छोटे-छोटे ट्रेवों का प्रकाशन । २. क्षेत्र द्वारा प्रकाशित कुछ महत्वपूर्ण साहित्य (१) राजस्थान के जैन शास्त्र भंडारों की ग्रंथ सूची- भाग १ से ५ तक । ( २ ) Jain Granth Bhandars in Rajasthan - Dr KC. Kasliwal (३) राजस्थान जैन संत । व्यक्तित्व एवं कृतित्व - डा० कस्तूरचंद कासलीवाल मूल्य १२.०० (४) महाकवि दौलतराम कासलीवाल । व्यक्तित्व एवं कृतित्व Jain Education International ( ५ ) वचन दूतम (संस्कृत काव्य ) पं० मूलचंद शास्त्री, ( ६ ) तीर्थ कर वर्धमान - पं० पदमचंद शास्त्री, (७) प्रद्युम्न चरित -- ( 5 ) जिरणदत्त चरित - ( 2 ) हिन्दी पद संग्रह फोन नं० ७३२०२ - डा० कस्तूरचंद कासलीवाल मूल्य १५.०० मूल्य ७.०० मूल्य ८.०० मूल्य ८.०० मूल्य ६.०० मूल्य ६.०० श्री दिगम्बर जैन प्र० क्षेत्र श्री महावीरजी महावीर भवन, सवाई मानसिंह हाइवे जयपुर-३ -30.00 For Private & Personal Use Only मंत्री www.jainelibrary.orgPage Navigation
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