Book Title: Mahapragna Sahitya Author(s): Dulahrajmuni Publisher: Jain Vishva BharatiPage 1
________________ मुनिदुलहरान महाप्रज्ञसाहित्य एक सर्वेक्षण • जल-प्रपात से विद्युत मिल सकती है तो विचारों के प्रपात से आलोक क्यों नहीं मिल सकता ? •चिन्तन की गहराई और भावना की ऊँचाई हो तो आलोक अवश्य मिल सकता है। - युवाचार्य महाप्रज्ञ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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