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Second Proof DL. 23-5-2017 - 40
• महासैनिक.
(जनरल दीवार के नकशे “SPACE WAR PROGRAMME 2048" को पलटता हैं उलटा कर रख देता है, उसी वक्त मार्शल का प्रवेश) मार्शल : Good afternoon, Sir सेहत कैसी है आपकी ? (जनः ठीक है।) और यह क्या, आप हमारे राकेट लोचिंग के और आगे के प्रोग्राम को बदलना चाहते हैं ? जनरल : .... ( दृढ़ता से) प्रोग्राम बदलना ही नहीं; ढंग भी बदलना ही चाहता हूँ हमारी लड़ाइ का - बाबा के और गांधी की लड़ाई के ढंग पर । मार्शल : साहब, आप को बहुत सदमा पहुँचा है और चोट लगी है यह मैं समझ सकता हूँ परन्तु आप जैसे इस 'हार' से हार गये ? जनरल : 'हार' से नहीं, हमारी ही 'गलती से- ऐसी गलती कि जिसने आंखें खोल दी हैं अब आँख खुलने के बाद फिर अंधा बनना या सोये रहना कौन चाहेगा ?
हार नहीं, यह दर्शन है । तुम अब कुछ सूचनाओं को जल्दी ही Carry out करो - मार्शल : जो आज्ञा, साहब । जनरल : 'पहली बात तो रोकट लोन्चिंग के और नये आक्रमण के सारे प्लान मोकूफ रखवाओ। मार्शल : अच्छी बात है । (डायरी में नोट करता है, खड़े खड़े) जनरल : (घूमते हुए) दूसरी बात : स्पेइस स्टेशन और हेडक्वार्टर्स को इस फैसले की खबर दे दो। मार्शल : अच्छी बात है । ( नोट करता है।) जनरल : तीसरी बातु प्रेसिडैन्ट और डिफैन्स मिनिस्टर साहब को मेरी ओर से खबर दो कि मैं उनसे फिर बात करूंगा अभी मैं कुछ समय आराम करूंगा। मार्शल : बहुत अच्छा ।... बस, और कुछ... ? जनरल : हाँ, और एक चौथी बात : हमारे इस ग्राउन्ड कन्ट्रोल स्टेशन और लैन्ड फाइटींग स्पोट के सभी अफसरों को सूचना दे दो कि आज शाम ५-०० बजे हम सब बूढ़े बाबा को कल जहां हमने दफनाया हैं वहाँ मिलेंगे । वहाँ इस मिटिंग के लिए सारा बंदोबस्त करवाओ। मार्शल : जो आज्ञा, साहब ! ( जाता है।) जनरल : ("गांधी : एक सत्यशोधक", "गांधी : एक महासैनिक" किताब को निकालता है, अपनी पौत्रियों की तस्वीर को निकालता है, छाती पर रखता है। बूढ़े बाबा के उस बंडल से 'शांतिसैनिक' का एक सफेद बड़ा लंबा robe और ब्लू Scarf निकालकर पलंग के पास की दीवार पर लटकाता है और बच्ची की तस्वीर छाती पर रखे - "गांधी एक महासैनिक" किताब पढ़ता हुआ पलंग पर लेटता हैं।)
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