Book Title: Lalitvistarakhya Chaityavandan Sutra Vrutti
Author(s): Haribhadrasuri, Munichandrasuri
Publisher: Devchand Lalbhai Pustakoddhar Fund

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Page 13
________________ | सुचारुशिष्यैः प्रणेतृकालवर्तीनि प्रसिद्धानि मतान्तराणि । ३ मौलिकसायैः० प्रत्यात्मप्रधानवादिभिः, १६-१ । आजीविकनयमतानुसारिभिर्गोशालकशिष्यैः सदाशिववादिभिः १९-२ कल्पिताविद्यावादिभिस्तत्त्वान्तवादिभिः सर्वसत्त्वैवंभाववादिबौद्धविशेषैः २१-१ | अनन्तशिष्यैः साङ्कृत्यैः २३-२ परोक्षज्ञानवादिभिर्मीमांसकभेदैः २४-२ जगत्कर्तृलीनवादिभिः संतपनविनेयः सुरगुरुविनेयः २६-१ कापिलैः योगाचार्याणां (पतञ्जलिप्रभृतीनां) ४२-१ सायः (पं) यदाहावधूताचार्यः ४३-२ द्रव्यादिवादिभिः भगवद्गोपेन्द्रेण ४५-२ अद्वैतेऽप्येवमेव इष्टतत्त्वदर्शनवादिभिबौद्ध विशेषैः ५२ सुगतशिष्यमतम् 00000000000000000000000 (4) For Private Personel Use Only Halwjainelibrary.org

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