Book Title: Laghuchandrika
Author(s): Bramhanand Sarasvati, Harihar Shastri
Publisher: Vidya Mudrakshar Shala

View full book text
Previous | Next

Page 11
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org ॥ शुभमस्तु ॥ ब्रह्मानन्दीये प्रथमपरिच्छेदे KANT प्रतिपाद्यविषयाः -१ मङ्गलश्लोकार्थनिरूपणम् २ विप्रतिपत्तिवाक्यस्य विचाराङ्गत्वनिरूपणम् ३. पक्षतावच्छेदकविचारः ४. प्रथम मिथ्यात्व निरूपणम् १३. अंशित्वनिरुक्तिः १४. सोपाधिकत्वभङ्गः १५ द्वितीय मिथ्यात्वनिरूपणम् ६. तृतीयमिथ्यात्वनिरूपणम् ७. चतुर्थमिथ्यात्व निरूपणम् ८ पञ्चममिथ्यात्वनिरूपणम् ९ मिथ्यात्वमिध्यात्वनिरूपणम् १० दृश्यत्वनिरुक्तिः ११. जडत्व निरुक्तिः १२. परिच्छिन्नत्वनिरुक्तिः १५ आभाससाम्यभङ्गः १६ प्रत्यक्षबाधोद्धारः १७. प्रत्यक्षप्राबल्यभङ्गः १८. प्रत्यक्षस्यानुमानबाध्यत्वम् १९ प्रत्यक्षस्यागमबाध्यत्वम् २० अपच्छेदन्यायवैषम्यभङ्गः २.१. वह्निशैत्यानुमितिसाम्यभङ्गः २२. प्रत्यक्षस्याबाध्यत्वे बाधकम् २३ भाविबाधोपपत्तिः २४ सत्यत्वानुमानभङ्गः २१ : मिथ्यात्वे विशेषतोऽनुमानानि ---- www. w... .... .... ---- .... www. .... www. .... .... Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir For Private and Personal Use Only www. $800 ---- www. wwww पुटसंख्या १ १७ ३५ ९८ ६६ ६९ ९९ १०७ ११२ १७ ११७ १४-५ १६० १६३ १७९ १८२ १८३ १८५ १९० २०३

Loading...

Page Navigation
1 ... 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 ... 336