Book Title: Kuvalaymala Part 03 Author(s): Chandraguptasuri Publisher: Anekant Prakashan Jain Religious Trust View full book textPage 8
________________ (३०५) 1 देवीएँ पाय-वडिया चिट्ठति इमे सुह-णिवण्णा ।। एत्थ वि सा हो देवी कत्थ वि अण्णत्थ पवसिया दूरं । 3 एए वि पेच्छ वरया सेलत्थंभोवमा पडिया ।। दियहेहिँ पुणो पेच्छसु सयलाहारेण वज्जिय-सरीरा । 5 अट्ठिमय-पंजरा इव णिव्विण्णा उट्ठिया दो वि ।। (३०५) कह कह वि समासत्था एए भणिऊण इय समाढत्ता । 7 अव्वो देव्वेण इमो रोसो अम्हाण णिव्वडिओ ।। जं जं करेसु अम्हे आसा-तण्हालुएण हियएण । 9 तं तं भंजइ सव्वं विहिदासो पेच्छ कोवेण ।। अम्हाण धिरत्थु इम धिरत्थु जीवस्स णिप्फल सव्व । घडियम्हे देव्वेणं अहो ण जुत्तं इमं तस्स ।। किं तेण जीविएणं किं वा जाएण किं व पुरिसेणं । 13 जस्स पुरिसस्स देव्वो अम्हाण व होइ विवरीओ ।। दीसंति केइ पुरिसा कम्मि वि कम्मम्मि सुत्थिया बहुसो । 15 अम्हे उण गय-पुण्णा एक्कम्मि वि सुत्थिया णेय ।। ता अम्ह हो ण कज्जं इमेण जीवेण दुक्ख-पउरेण । आरुहिउं अहवा गिरियडम्मि मुच्चामु अत्ताणं ।। एयं चेय भणता पत्ता य इमे चउर-सिहरम्मि । 19 एयं च चउर-सिहरं लिहियं मे पेच्छ णरवसहा ।। एत्थारुहंति एए पेच्छसु णरणाह दीण-विमण-मणा । 21 आरूढा सिहरम्मि उ अत्ताणं मोत्तुमाढत्ता ।। भो भो गिरिवर-सिहरा जइ तुह पडणो वि अत्थि माहप्पो । 1) P सुहनिसन्ना ।। 2) P om. हो. 3) P विरया for वरया, J वडिया for पडिया. 5) P अट्ठिमयं. 6) P एते. 7) P देवेण, J णिव्वरिओ. 10) P om. इमं धिरत्थु. 11) J धडिअम्हो P घडिओ म्हे, P देवेणं. 13) P देवो, P वि for व. 14) P केवि for केइ, P कंमं वि. 16) J जीएण. 17) P आरुहयं, J अह for अहवा, P मुव्वम्ह for मुच्चामु. 18) P एतं, P पउर for चउर. 19) P वर for च चउर. 20) P एते, P दीव for दीण. 21) Jom. उ. 22) P पडणा वि. 17Page Navigation
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