Book Title: Kuvalaymala Part 03
Author(s): Chandraguptasuri
Publisher: Anekant Prakashan Jain Religious Trust

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Page 10
________________ (३०७) 1 अत्थो होहिइ अम्हं सुहं च परिभुजिमो बहुयं ।। भणियं च तेण मुणिणा जइ कज्जं तुम्ह सव्व-सोक्खेहिं । 3 किसि-कम्म-वणिजादी ता एए कुणह जत्तेण ।। कुणसु मणं आमणयारयं ति देहामणेसु वित्थिण्णे । 5 पुण्णं गेण्हसु भंडं पडिभंडं होहिइ सुहं ते ।। अह कह वि किसिं करेसि, ता इमं कुणसु । 7 मण-णंगलेण पूए सुपत्त-खेत्तम्मि वाविए बीए । सयसाहं होइ फलं एस विही करिसणे होइ ।। 9 अह कह वि गोवालणं कुणसि, ता इमं कुणसु । (३०७) गेण्हसु आगम-लउडं वारे पर-दार-दव्व-खेत्तेसु । 11 इंदिय गोरुययाइं पर-लोए लहसि सुह-वित्तिं ।। __ अह कम्म ता करेसि, ता इमं कुणसु । 13 जं जं भणाइ सामी सव्वण्णू कुणह भो इमं कम्मं । तं तं करेह सव्वं अक्खय-वित्तीय जइ कज्जं ।। 15 अह वच्चह जाणवत्तेण, ता इमं कुणसु । कुण देह जाणवत्तं गुणरयणाणं भरेसु विमलाणं । 17 भव-जलहिं तरिऊणं मोक्खद्दीवं च पावेह ।। ___अह खणसि रोहणं, ता इमं कुणसु । 19 णाणं कुण कोद्दालं खण कम्मं रोहणं च वित्थिण्णं । अइरा पाविहिसि तुमं केवल-रयणं अणग्घेजं ।। 21 अह कुणह थोर-कम्म, ता इमं कुणसु । मण-थोरं भरिऊणं आगम-भंडस्स गुरु-सयासाओ । 1) P होही अम्हं, J पडिभुजिमो. 2) Jom. तेण, P अत्थे for सव्व. 3) P कम्म-विणिज्जाती ता, J एते कुणसु. 4) P कुपेसु for कुणसु, J अमणयारयं ति P आमणआयरंति, P देहामाणे. 5) P धुन्नं for पुण्णं, P भडं हो हो पएण सोक्खं तो || for भंडं etc. 6) P वि कहिं करेंसु, J किसि करेसि. 7) J पूते सुपयत्त, P पूसुपत्त, P ठाविए for वाविए. 8) P सयसोह, P करिसणा. 9) P गोवालत्तणं, P om. कुणसि ता इमं. 11) P गोरूवाई, P लहसु. 13) P adds होइ before कुणह, P _ for भो इमं. 16) J कुण जाणवत्त देहं, P तरेसु for भरेसु. 17) P मोक्खं दीवं पि पा. 19) J व for च. 20) P अणग्धेय. 22) P मणघोरं भणिऊण आमम.

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