Book Title: Khartargaccha Pattavali Sangraha
Author(s): Jinvijay
Publisher: Babu Puranchand Nahar
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३६
४१
जोटा
नाम
पृष्ठ नाम .. जिनपति परि
५,११,२८,२६,५२,५३ जगच्चन्द्रसूरि
जिनपन सूरि
६,११,१२,३१,५४ जमालि (१ ला निव)
१५ जिनप्रतिबोध परि जम्बु (-कुमार, -मुनि, -स्वामी) १,६,१५,१६ जिनप्रबोध सुरि जयतिहुश्रण स्तोत्र
१०,४५ जिनप्रभ सूरि जयदेव (-वाचनाचार्य, -सुरि, प्राचार्य ) १६,२८,४६,५२ जिनभक्ति सूरि जयदेवी ४२ जिनभद्गगणि क्षमाश्रमण
६,१६ जयपुर १६,३७ जिनभद्र सूरि
२,६,१२,३२,५५ जयमल्ल
३६ जिनमाणिक्य सूरि
८,१३,३३,३४,५६ जयराज
४२ जिनयुक्त सूरि जयसागर पाठक १२ जिनरत्न सुरि
१४,३६ जयसीरी
११ जिनराज सूरि
६,१२,१४,३२,३५,३६,४०,५५,५६ जयंतश्री
३० जिनलब्धि सूरि
६,१२,३१,५४ जयानन्द सूरि १६ जिनलाभ सूरि
३७-३६ ७ जिनवर्द्धन (सूरि, -गुरु)
६,१२,३२,५५ जालोर (जावाल, -पुर, -नगर, महादुर्ग) ५,११,२६-- जिनवल्लभ सूरि (-गुरु ) ३,४,१०,२४,४६ ३०,३६,५२-५४ जिनविजय सूरि
४१ जावड र जिनशेखर सरि(-प्राचार्य)
५,११,२४ जिनकीर्ति सूरि
४१
- जिनसमुद्र सूरि (-गुरु)
७,१३,३३,५५ जिनकुशल सूरि ५,११,१३,३०,३४,३७,३८,५४ जिनसागर सूरि
१४,३५,४०,५६ जिनचंद्रसूरि (१) ३,१०,२३,४४ जिनसिहसूरि (१)
५,११,२६,४०,५३ ५,११,२७,२८,५१,५२
१४,३४,३५,५६ ५,११,३०,५४ जिनसौख्य सूरि
६,१२,३१,५४ जिनसौभाग्य सूरि ६,१२,१३,३३,५५ जिनहष सरि १३,३४,३५,३६
जिनहंस (-गुरु, -सूरि) ७,८,१३,३३,५५,५६ १४,३६ जिनहेम सूरि
४२ जिनचंद्रसूरि (क) ४१ जिनेश्वर
१२,२१,४३ जिनेश्वर सूरि (१)
३,१०,२१-२३,४४ ४१,४२
५,६,११,२६,५२,५३ जिनचंद्राचार्य ( चैत्यवाप्सी) २० , (चैत्यवासी)
२४ जिनदत्त (-गुरु, मुनि, सूरि ) ४,१०,११,२४-२७,२६,- जिनोदय सूरि
६,१२,३१,३२,४२,५४ ४६-५१,५३ जीमण जिनदत्त श्रेष्ठी
१८ जीरापल्ली पुरी जिनदेव सूरि ७,१३,५६ जील्हागर (-मंत्री)
११,३० जिनधर्म सरि
४०,४१ जीवराज (साह)
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