Book Title: Khartargaccha Pattavali Sangraha
Author(s): Jinvijay
Publisher: Babu Puranchand Nahar

View full book text
Previous | Next

Page 73
________________ नाम यशोवर्द्धन याकिनी धर्मपुत्र बोधपुर (बोधानक) रथोहरीया रजोहरण रतन रतनसी रतनादे रतलाम खनिधान दे रविप्रभसूरि रसकूपक रंगविजय गणि रंगविजय सरतरशाखा (६) राउपुर राउल राखेचा (गोत्र) राजगच्छ राजगृह राजनगर ( ' अहमदाबाद' देखो ) राज समुद्रमणि राजसोमोपाध्याय राजाराम राजेंद्राचार्य राधनपुर रामदेव रामविजय उपाध्याय रायणशाली (गोत्र) रावी (नदी) रासल राहु रियमल रिबी (नगर,-पुर) Jain Education International (ε) पृष्ठ नाम २८ रिपडी (नदी) e रोहड (रेहड ) गोत्र ७, ३६ ४८ ५१ ४१ Xp ४० ४२ ३५ १३ २० ५१ १४,३६,४० ३६,४० रुद्रपल्ली पीय खरतरशाखा (२) सोमा रुंदपाल (साह) रुदेलिया गयण (-गणेश ) ८ ४० ३७ रूपचंद्र रूपजी रूप नगर रूपसी रेवा नगर रेवती सूरि रेवा हट रोंहगुप्त ३८ लम्बा (साह) १३ लक्ष्मी २७ ११,३० ६,१२,१६,३८ लक्ष्मीलाभ लखनऊ (लक्ष्याउ नगर ) अघुभ्राचार्याय खरतरशाखा (ब) ३५, ४० ३७ ३६ ३० ३७ लालचंद २० बाहोर लाभपुर ) लुटेक लस्कर लालदेवी २८४२ ३७ लूंगा करया सर २६ लूशिया (गोत्र) १३, ५६ लोद्रवा ( लोद्रव पसन ) २० लोहिय सौका (मठ) वं च्छराज (राजा - ) (साह) लघु खरतरगच्छ (गय शाखा) (३) ५,११,२९,५३ खघुभहारक खरतर शाखा (१२) लघुखंधपट्ट लब्धिचंद्र उपाध्याय "" पृष्ठ For Private & Personal Use Only ४८ १३,३४,४१,५६ ५,११,२४ २४,४० १६ १२,३१ ११, १२ ३६,२०,४० ३६,४० ३७ ३६ ३५ १५ ३८ ३७ ३८ 就 ४० ४६ ५२,५३ ३६ १७,४१. ३७,३६ १४, २५,३४,३५,५६ ११ ४१ २७,३१,३६,३८,४७ ३६ २ ३३ ३८ ३३,४० www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 71 72 73 74 75 76