Book Title: Khartargaccha Pattavali Sangraha
Author(s): Jinvijay
Publisher: Babu Puranchand Nahar

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Page 72
________________ (८) नाम पृष्ठ नाम भाईदास ३७ महाविदेह भागचंद्र ४१ महिगलदे भाणलोल (-ग्राम,-नगर, भागलपल्ली) १,१२,३२,५५ महिमाराज भानुवड ३६ महेचा भावनगर ३८ मंगलवर नगर भावप्रभ (-प्राचार्य) १२,३२ मंडप भावकृत ५५ मंडोवर (-पुर,-नगर) ३६,३८,३६,५६ भावहर्ष (सूरि, उपाध्याय) १४,३५,५६ माटर गोत्र भावहषीय खरतर शाखा (७) ३५ माणिभद्र यक्ष ३५,४५,४६ भावारिवारण स्तवन ४६ माधव भीमपल्ली (-जगर) ११,१२,३० मानतुङ्ग (सूरि) ५,११,१६,३० भीमराज मानदेव सूरि भुवनपाल मानदेव साह भुवनरत्न (-प्राचार्य) १२,३२ मानसिंह भोजराज मालदेव ( राउत) ३४,५६ मउठीया मालवा १०,२०,४३,४४,५५ माल्हू (गोत्र) ११,१२,२८.३१ मकडाणा माहेश्वरी ४,२७ मकसूदावाद ३८,४१ मांडव नगर मगती मांडवी (बिदर) ३७,३८ मण्डूक मिरगादे मणिग्राहि २८ मिथिला मदनपाल ११,२७,२८ मीठडिया वुहरा (गोन्न) मधुकर खरतर शाखा (१) २४,४६ मुगल (मुद्गल ) १३,२६ मनक १,१६ मुलतान (-त्राय) १०,२५-२७,४७,५१ मनोद ग्राम मूलसिघ मनोहरदास मूलाणा (ज्ञाति) मन्दसौर (दशपुर ) १८,१६,४२ मेघराज (-साह) ८,१३,३३ मरदेश (मारवाड़, मंडल, -स्थल) ४,११,२१,२६,३३, मेडता (-नगर, -पुर, मेदनीतट ) १४,२७,१५-३७,४०,५६ ३६,४१,५० मेरु मरोट मेवाड़ (मेवात) महणली मोरवाड़ा महतीयाण (महुमुहु ) गोत्र ११,२३,३०,४५ मौजदीन (-पोतिलाह, -सुरत्राए) २३,४४ महाकाल (-प्रासाद) १०,१८,२५ महागिरि २ यशोभद्र (सूरि ) (१) १,६,१६ महाधन श्रेष्ठी २६ २० Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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