Book Title: Kavyanushasanam Satikam
Author(s): Kashinath Sharma
Publisher: Kashinath Sharma
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आकाशयान (टी.) ... आक्षिपन्त्य आख्यानक (टी.) आगच्छागच्छ (टी.) आगममणिसु (टी.) ... आच्छिद्य कुसु (टी.) आज्ञा शक ... आज्ञा जगन्मा (टी.) आतन्वत्सरसां (टी) आत्तमात्तमधि (टी.) आत्मनश्च परे ... आत्मानुभूत आदाय कर्ण ... आदाय चापल (टी.) आदाय वारि प... ... आदावञ्जनपु (टी.) ... आदित्योऽयं ... ... आनन्दममन्द ...' ... आनन्दसंदोह (टी.) ... आपातमारत (टी.) ... आपृष्टास्मि व्यथ ... आमूलयष्टेः (टी.) ... आयस्ता कलहं ... आयाते दयिते ... आरोग्यमाप्त (टी.) आर्द्राविले व्रज (टी.) ... आर्यस्यास्त्र (टी.) आलिख्य पत्र ... आलिङ्गितस्तत्र ... आलोकमार्ग ... आलोलामल ... आवर्जिता किंचि ... आवर्तशोभी (टी.) ....
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पृष्टाङ्काः
धृष्ठाङ्काः १२३ | आशुलम्बित २९१ आश्लिष्टभूमि ३३९ / आश्लेषिताः ... ९७ आश्लेषे ... ...
आसाइयं ... | आसीदन्ति भ (टी.) ... आसीत्यो हय (टी.)... आसीदञ्जनम (टी.) ... आसीनाथपिता (टी.) ...
आस्तीकोऽस्ति (टी.) ... ... ... २६०
आस्थानकुहिम (टी.) ... ... ... ३२४ आहतं कुचतटे (टी.) ... ...
आहूतस्याभि ... ... ... २९७ ... २३२ आहूतेषु वि ... ... २५८ इतस्ततो भषन् (टी.)
इतो वसति के... ५१ । इदं ते केनोक्तं ... २७१ | इदं भासं भ (टी.)
इन्द्रस्त्वं तव वा... १४ इयं गेहे लक्ष्मी ...
१०१ | इयं सा लोला (टी.) ... १२७ ईदृशस्य भवतः (टी.) ... १९७ | ईषन्मीलित ...
... ... ३१३ ईसाकलुस्स (टी.) उच्चिणसु उत्कण्ठा परि ...
उत्कम्पिनी ११) उत्कृत्योत्कृत्य
उत्कृत्योत्कृत्य ९० / उत्खातनिर्मल (टी.)
३१५ उत्तानोच्छून ... ... ... २४८ | उत्तालताडको ... ...
२४०
७ | उत्तिष्ठन्त्या रता (टी.) ...
२९
२५१
३०१
११९
...
३०४
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