Book Title: Kavyadarsh Author(s): Jivanand Vidyasagar Bhattacharya Publisher: Kalikata Rajdhnyam View full book textPage 6
________________ শ্বালা प्रमुषिता समानरूपा परुषा सध्याता प्रकल्पिता नामान्तरिता निक्षता समानशब्दा १.१ लोकार: नीकाङ्क: यतिनंशः १५२ इत्तमः विसन्धित्वम् १५९ | देशकालकलालोकन्याया- . | गमविरोधाः १६२ देशविरोधः १६१६६ कालविरोधः १६७१६८ १०२ कलाविरोध: १७० लोकविरोधः - १७२ न्यायविरोधः १७४।१७५ भागमविरोध: १७७।१७८ देशविरोधे गुणः १८० कालविरोधे गुणः १८१ १०५ कखाविरोधे गुणः १८२ १२५ लोकविरोधे गुणः १८३ १२८ | न्यायविरोधे गुणः १८४ १३१ पागमविरोधे गुणः १८५ संमूढ़ा १०४ १०४ परिहारिका एकच्चमा उभयच्छता सहीर्ण दोषविभागाः अपार्थत्वम् व्यर्थत्वम् एकार्थवम् ससंशयखम् अपक्रमः शब्दहीनत्वम् १३५ १३८ १४४ ग्रन्यसमाप्तिः । १४८Page Navigation
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