Book Title: Jivvicharadi Prakaran Sangraha
Author(s): Jinduttasuri Gyanbhandar
Publisher: Jinduttasuri Gyanbhandar

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Page 8
________________ जीवविचार 118 11 विषय १० मेद तीसरा भेद चोथा भेद पांचमा भेद छठा भेद सातमां इत्यादि. ११ एकस्वभाव अनेकस्वभाव भेदस्वभाव अभेद स्वभाव भव्यस्वभाव अमव्यस्वभाव वक्तव्य स्वभाव अब तव्यस्वभाव परमस्वभाव इत्यादिककां स्वरूप जूदा जूदा जाणवा. पत्र. ११५ ११८ विषय १२ निक्षेपाधिकार. १३ नयज्ञानकरणेका अधिकार. १४ प्रमाणका स्वरूपके साथ ज्ञानस्वरूपका खाणा आवर्जिकरण इत्यादि. १५ दर्शनज्ञान चारित्ररूप मोक्षमार्ग निरूपण. १६ स्वकुल प्रकाशन. ओल पत्र. १२७ १२८ १४४ १४७ १५१ सूची. 118 11

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