Book Title: Jinabhashita 2008 11
Author(s): Ratanchand Jain
Publisher: Sarvoday Jain Vidyapith Agra

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Page 22
________________ हो रहे हैं। जिसकी त्वरित एवं गहन जाँच होकर स्थिति । करा रहे हैं। रेडीमेड ग्रेवी में कई कंपनियाँ मांसाहार स्पष्ट होना अत्यंत आवश्यक है। उदाहरण के तौर मॅग्गी | का मिश्रण करती हैं। कई पेस्ट में , मछली का तेल फूड प्रॉडक्ट्स, अॅपी फि, कोल्ड्रींक, बिटानिया मिल्क | मिश्रित हो रहा है, फिर भी हमारे जैनभाई अनजाने में बिक्कीज, मेरी गोल्ड, टायगर, गुड डे, पारले जी, मोनॅको, | मांसाहार मिश्रित खाना खा रहे हैं। रिलायन्स जैसी कम्पनी हाईड एन्ड सिक, च्युईंगम, बबल गम, पोलो मिन्ट, अनेक | मांसाहार के हजारों पदार्थ से युक्त नॉनवेज मॉल खोलने चॉकलेट्स, टूथपेस्ट, पिज्जा, बर्गर, चिप्स, वनस्पति घी, | जा रही है। अण्डे, मछली का प्रय बेकिंग पावडर, चायनीज डिशेस में प्रयुक्त अजीनोमोटो है। कई विदेशी कम्पनिओं द्वारा बच्चों के दध पावडर सॉस आदि जैसे अनेक पदार्थ हैं, जिसमें उपर्युक्त में में मर्गे का चिकन पावडर मिश्रित किया जा रहा है। से प्राणीजन्य पदार्थों से बने अॅडिक्टिव्हज् सरेआम मिलाए | भारत सरकार द्वारा वेज पदार्थों पर हरे रंग का तथा जाते हैं। | नॉनवेज पदार्थों पर लाल रंग का निशान लगाना बंधन विश्वसनीय स्रोतों से ज्ञात हुआ है। इसी संदर्भ कारक किया गया है। फिर भी सरेआम कानून की धज्जियाँ में गत दिनों २४ लोकसभा सांसदों द्वारा उठाए गए मुद्दों उड़ाई जा रही हैं। भ्रष्ट अफसरों की वजह से सरेआम की जाँच से क्या निष्कर्ष निकले, क्या कार्यवाई की मांसाहार, शाकाहारियों के पेट में जा रहा है। इंडिया गई और भविष्य के लिए क्या उपाय किए जा रहे हैं, | टी.वी., जी.टी.वी. तथा अन्य टी.वी. चैनलों पर आ रही इस पर राष्ट्रीय स्तर पर बहस एवं चर्चा की आवश्यकता | खबरें तथा पुलिस, फूड एण्ड ड्रग्ज विभाग द्वारा डाले है। देशी घी (गावराणी घी), बटर उत्पादक फैक्ट्रियों | गए छापों में उजागर हुई जानकारी से रोंगटे खड़े हो में फूड एण्ड ड्रग विभाग ने डाले छापों में कई तथ्य | रहे हैं। इस संदर्भ में सुशील टांटीया ने सरकार को उजागर किए हैं। बटर एवं देशी घी में गाय की एवं | निवेदन दिए हैं। पूणे में चंद्रजित विजयजी म.सा. ने सूअर की चर्बी मिलाई जाती है, जिससे चिकनाई बढ़ती | समाज को अपने व्याख्यान में कई बार आगाह किया है। वनस्पति घी में गाय की चरबी, छाछ तथा सेंट डालकर | है। गर्म किया जाता है और देशी घी (शुद्ध घी) के नाम | आज बाजार में मिल रहे ९० प्रतिशत बटर एवं पर बेचा जाता है। आज बाजार में उपलब्ध देशी घी | देशी घी मे मिलावट आ रही है। सफेद सूअर की चरबी, और बटर शुद्ध नहीं है। कई होटलों में नान, पराठा, | गाय की चरबी तो खुलेआम मिलाई जा रही है और कूलचा में चर्बी मिश्रित किया जाता है। चायनीज फूड | स्वाद के नाम पर आँख मूंदकर मांसाहार कर रहे हैं। में ९० प्रतिशत मांसाहार मिश्रित पदार्थ होते हैं। कुछ | शादियों में, धार्मिक कार्यक्रमों में तथा सार्वजनिक भोज दिनों पूर्व मॅकडोनाल्ड में बिक रहे बर्गर, पिज्जा, वडापाव | के नाम पर खुलेआम मांसाहार मिश्रित पदार्थों का उपयोग में गाय की चर्बी पाई गई जिससे शिवसेना ने मॅकडोनाल्ड , हो रहा है। फिर भी हम धर्मभ्रष्ट करनेवाले एवं पाप के कई शोरूम तोड़ डाले। के भागीदार बनानेवाले अन्न को ग्रहण कर रहे हैं। इस आज जैनसमाज में शादी, सगाई तथा म.सा. के | संदर्भ में पाठक अपनी प्रतिक्रिया जैनम् जयति शासनम् चातुर्मास तथा अन्य धार्मिक, सामाजिक कार्यक्रम में बड़े- | कार्यालय पर भेज सकते हैं। बड़े केटरर्स बुलाए जाते हैं। यही केटरर्स हमें मांसाहार | प्रेषक-निर्मलकुमार पाटोदी, इन्दौर 'जैनं जयति शासनम्' इन्दौर से साभार श्री सेवायतन होम्योपैथिक दवाखाने से हजारों लोग लाभान्वित पवित्र तीर्थ स्थल श्रीसम्मेद शिखर जी में स्व.। इसका संचालन संस्थान के मानद अध्यक्ष श्री श्री कन्हैयालाल जी सेठी (जशपुर नगर) की स्मृति | एम.पी. अजमेरा के मार्गदर्शन में भारत सरकार के में उनके सुपुत्र श्री प्रकाश चन्द्र सेठी राँची के सहयोग | प्रतिष्ठान भारत अल्युमिनीयम कम्पनी के सेवानिवृत्त से श्रीसेवायतन संस्थान मधबन द्वारा संचालित होम्योपैथिक | कार्यालय प्रबंधक डॉ० महेन्द्र कुमार जैन द्वारा सेवाभाव दवाखाने से हजारों लोग लाभान्वित हुए हैं। । से चिकित्सा कार्य किया जा रहा है। विमल सेठी 20 नवम्बर 2008 जिनभाषित Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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