Book Title: Jinabhashita 2008 05
Author(s): Ratanchand Jain
Publisher: Sarvoday Jain Vidyapith Agra

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Page 29
________________ कोलकात्ता-निवासी उदारमना श्री कैलाशचन्द्र जी जैन घी । प्रदान करते हुए कहा कि जैनधर्मावलम्बियों को श्री वाले (भारत ट्रेडर्स) द्वारा अपनी भूमि पर भव्य भवन | सेवायतन के लिए उदारतापूर्वक मुक्तहस्त से दान एवं का निर्माण कराकर श्री सेवायतन को प्रदान किया गया | सक्रिय सहयोग देना चाहिये। पूज्य मुनिश्री ने कहा कि है। साथ ही विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षणों के संचालन श्री सेवायतन को दिया गया सहयोग पर्वतराज की वन्दना हेतु झारखण्ड सरकार द्वारा टी.पी.सी. भवन का निर्माण | तल्य पुण्य कार्य है। करा कर दिया जा रहा है। श्री सेवायतन, कुन्दकुन्दमार्ग प.पू. १०८ मुनि श्री प्रमाणसागर जी महाराज ने मधुवन, सम्मेद शिखर जी, होली-अवकाश के प्रसंग में यहाँ आयोजित विभिन्न जिला-गिरीडीह (झारखण्ड) भारत विधान-आयोजनों के मध्य श्री सेवायतन के सक्रिय सम्पर्क सूत्र- 09431149900, 09431144901, कार्यकर्ताओं को उनकी सक्रियता के लिए आशीर्वाद 09431140177,06558 232428 'पलट गये भाव' नाटक का भावभीना मंचन मदनगंज-किशनगढ़ में श्री महावीरजयन्ती के | बनी. श्रीमती शांता पाटनी शुभ अवसर पर महासमिति के तत्त्वाधान में आदिनाथ | व महावीर बनी कु. शिखा भवन में नाटक (पलट गए भाव) सहित अन्य धार्मिक | गंगवाल ने वैराग्य के दृश्य व सांस्कृतिक कार्यक्रम का भव्य आयोजन समारोह- | को इतना मार्मिकता पूर्वक पूर्वक सम्पन्न हुआ। समाज सेविका श्रीमती जीवनीबाई | प्रस्तुत किया की सभी लुहाड़िया के मुख्य आतिथ्य में, श्रीमती सरिता पहाड़िया | दर्शक भाव विभोर हो गये। श्रीमती सुलेखा बाकलीवाल, की अध्यक्षता व श्रीमती विमलादेवी पाटोदी के विशिष्ट | श्रीमती इन्द्रा गोधा, श्रीमती सुनिता सेठी, टीम द्वारा आतिथ्य में आयोजित इस कार्यक्रम की शुरुआत तृप्ति | कव्वाली 'त्रिशला ने ललना जाया है' प्रस्तुत की गई। बोहरा ने मंगलाचरण से की। देवशास्त्र गुरु की स्तुति | दिगम्बर जैन पाठशाला के बच्चों द्वारा 'रेल का डिब्बा' श्रीमती शांता पाटनी, रजनी अजमेरा व संगीता गंगवाल प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम का निर्देशन श्रीमती आशा की टीम ने की। नाटक 'पलट गए भाव' में पदमा अजमेरा व शांति देवी गंगवाल ने किया। मंच संचालन कासलीवाल, आशा अजमेरा, टीना बज व आचुकी | डॉ. तृप्ति बोहरा व रजनी अजमेरा द्वारा किया गया। बाई ने मुख्य भूमिकायें निभाईं। सामुहिक नृत्य थाने | इस अवसर पर मण्डल की अध्यक्षता श्रीमती शांता नैना में रमाल्युं श्वेता वेद रजनी अजमेरा, आशा | पाटनी, मंत्री आशा अजमेरा, सांस्कृतिक मंत्री शशीप्रभा बडजात्या. संगीता काला, सिम्पल बाकलीवाल, मोनिका | बज दिगम्बर जैन पाठशाला की मंत्री शांति देवी गंगवाल, गंगवाल द्वारा प्रस्तुत किया गया। संगीत व नृत्य के नवरतन दगड़ा, डॉ. किरण माला जैन ने अतिथियों माध्यम से भगवान महावीर के गर्भ से लेकर वैराग्य का माला व तिलक लगाकर स्वागत किया। मण्डल लेने तक के दृश्यों को आकर्षित ढंग से दिखाया | की अध्यक्षा श्रीमती शांता पाटनी ने कार्यक्रम के अन्त गया। माता त्रिशला बनी श्रीमती सुशीला पाटनी, सिद्धार्थ । में सभी का आभार व धन्यवाद व्यक्त किया। वक्त की लहरों से टकराते हुए बढ़ जाइये। फेर कर मुँह, जिन्दगी का सामना मुमकिन नहीं॥ वाहिद देखा गया है अक्सर नाकामियों के बाद, कुछ हादसात ले के उभरती है जिन्दगी। चकबस्त मई 2008 जिनभाषित 27 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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