Book Title: Jinabhashita 2003 01
Author(s): Ratanchand Jain
Publisher: Sarvoday Jain Vidyapith Agra

View full book text
Previous | Next

Page 2
________________ रजि. नं. UP/HIN/29933/24/1/2001-TC डाक पंजीयन क्र.-म.प्र./भोपाल/588/2002 जनवरी 2003 जिनभाषित मासिक वर्ष 1, अङ्क 12 सम्पादक प्रो. रतनचन्द्र जैन अन्तस्तत्त्व पृष्ठ कार्यालय ए/2, मानसरोवर, शाहपुरा भोपाल-462016 (म.प्र.) फोन नं. 0755-2424666 आपके पत्र : धन्यवाद सम्पादकीय : जिनशासन-भक्तों के लिए गंभीरता से चिन्तनीय । . लेख • प्रतिमाविज्ञान और उसके लाभ : मुनि श्री निर्णय सागर जी 5 .उपवास : मुनि श्री चन्द्रसागर जी सहयोगी सम्पादक पं. मूलचन्द्र लुहाड़िया पं. रतनलाल बैनाड़ा डॉ. शीतलचन्द्र जैन डॉ. श्रेयांस कुमार जैन प्रो. वृषभ प्रसाद जैन डॉ. सुरेन्द्र जैन 'भारती' • भरतैरावत में वृद्धि-ह्रास किसका है? : पं. मिलापचन्द्र जी कटारिया 10 •जीव का अकालमरण:एक व्यापक दृष्टि : डॉ. श्रेयांसकुमार जैन 13 .बालव्रत-संरक्षिका : अनन्तमती : डॉ. नीलम जैन 16 शिरोमणि संरक्षक श्री रतनलाल कँवरीलाल पाटनी (मे. आर.के.मार्बल्स लि.) किशनगढ़ (राज.) श्री गणेश राणा, जयपुर • यदि गाय माता है तो उसे काटते हो क्यों? : डॉ.सुरेन्द्रकुमार जैन 'भारती' 18 • मानसिक व्यसन : पं.सनतकुमार,विनोदकुमार जैन 20 • नारी की दशा और दिशा : प्रो. (डॉ.) विमला जैन द्रव्य-औदार्य श्री गणेश कुमार राणा जयपुर • क्या आप जानते हैं आप क्या खा रहे हैं?: श्रीमती मेनका गाँधी 24 जिज्ञासा-समाधान ' : पं. रतनलाल बैनाड़ा बालवार्ता: बेईमान हैं हम सब : डॉ. सुरेन्द्रकुमार जैन 'भारती' 17 प्रकाशक सर्वोदय जैन विद्यापीठ 1/205, प्रोफेसर्स कॉलोनी, आगरा-282002 (उ.प्र.) फोन : 0562-351428, 352278 सुभाषित : : सुशीला पाटनी 12 . ग्रन्थ समीक्षा : सिद्धचक्र विधान : पं. शिखरचंद्र जैन समाचार 2, 7, 9, 19, 21, 25, 28-32 कविताएँ सदस्यता शुल्क शिरोमणि संरक्षक 5,00,000 रु. परम संरक्षक 51,000रु. संरक्षक 5,000रु. आजीवन 500 रु. वार्षिक 100रु. एक प्रति 10 रु. सदस्यता शुल्क प्रकाशक को भेजें। .गुरु : डॉ.सन्मति ठोले आवरण पृष्ठ 3 •तीर्थ अंकुर सिन्धु-विद्या : ज्ञानमाला जैन आवरण पृष्ठ 3 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 ... 36