Book Title: Jeev Vichar Prakaran
Author(s): Manitprabhsagar
Publisher: Manitprabhsagar

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Page 6
________________ गुंजी अनुपम देशना करने जग कल्याण / अपूर्व ज्ञानालोक में, हुआ तत्त्व संधान / / मणि गुरुवार से प्रेरणा, पा सधा अभियान / शुब्दावली मुनि मनिन की, स्वीकारी वर्धमान / / जिनोपदिष्ट जीव तत्त्व के महत्त्वपूर्ण पहलुओं का स्पर्श कराता तत्त्वज्ञान का अनूठा खजाना

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