Book Title: Jayanti Charitram
Author(s): Malayprabhsuri, Vijayakumudsuri
Publisher: Manivijay Ganivar Granthmala

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Page 12
________________ * - M 180 191 महुक्खरं यअिरो सत्थो जह नाया मच्चो अचंति ए देशानां 52- महुरक्खरं यरिओ सच्छो अइ नाणा मच्चू अचंतिए वेशनां मण्डल! जन्ताणवि पइन्नाजि य तत्थ पात्यारे पइसारे षयणेवि हेडींग 198 मण्डला ज्जन्तावि पइन्ना जि व तत्थ पाण्यारो पइचारो वयणवि परमलु अट्ठ सासायं अन्न महिन्द्रेण तेणेहिते विसयइ परिमलु नयर मरय AC%A5 . सासयं अन्नं महिन्देण तेणेहितो वियसइ 202 205 जेणेया स्थाणि जणेया स्थलंमि , कर

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