Book Title: Jayanti Charitram
Author(s): Malayprabhsuri, Vijayakumudsuri
Publisher: Manivijay Ganivar Granthmala
View full book text
________________ शुद्धिपत्र श्री जयन्तीप्रकरण हेडींग सूक्ताणवि बामणा बल्थम्मि यडक द्वीग वच्छम्मि यक द्वीपग करण सूचाणवि ब्राह्मणौ करण 716 वोहद 'दोहद इतिः / 717 दोहल दोहल // 5 // इह झिय धीरया * ... * ~ घणु RASHISARKARKARI (संभ सबंभ SAESONSISESEACOCIALA देहा बाभ्या बाझा उज्जिय वीरवा सक्वंभ बुद्धो देव उचित हारं च सुन्दरि परिणी किं होही हेडींग युद्धदेव सुचितादि हारं व संसि पसंसि अइध कलालावो हिणी सुन्दर धरणी 11 कलावो हिंणि होही // 5 //

Page Navigation
1 ... 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 ... 338