Book Title: Jainendra Kahani 10
Author(s): Purvodaya Prakashan
Publisher: Purvodaya Prakashan

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Page 9
________________ प्रकाशकीय प्रस्तुत संग्रह में सालह कहानिया है। रोचकता, मामिकता व तीक्ष्ण आत्मपरक व वस्तुपरक गहनता की दृष्टि से यह कहानी-संग्रह अद्भुत है । सग्रह मे वैविध्य व कलात्मक सौष्ठव के अनायास दर्शन होते हैं । इससे लेखक का यह प्रतिनिधि सकलन है। कुछ अत्यन्त विवादास्पद कहानिया इसमे सम्मिलित हैं जिन्होने बौद्धिक स्तर पर गम्भीर उथल-पुथल उपस्थित की हैं। पाठको एव साहित्य-शोधको के लिए यह सकलन समान रूप से सग्रहणीय है ।

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