Book Title: Jain Tattva Pradip
Author(s): Mangalvijay
Publisher: Abhaychandra Bhagwandas Gandhi
View full book text
________________
[
१७ 1
पङ्किर
१५४
दर्शनपुलाक दर्शनविनय दर्शनविनय दर्शनविशुद्धि दहनाधिकरण दातुविशेष दान दान दानान्तराय दार्टिकीक्रिया दासीदासप्रमाणातिकम दिग्द्रत दुःख
५५ ११५
दुःस्वरनामकर्मन् दुर्भगनामकर्मन् दुष्पकाहार दुष्प्रमार्जितनिक्षेपाधिकरण
देव
देवगति देवगतिनामकर्मन् देवायुराश्रव देवायुस्
१०४

Page Navigation
1 ... 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129