Book Title: Jain Tattva Pradip
Author(s): Mangalvijay
Publisher: Abhaychandra Bhagwandas Gandhi

View full book text
Previous | Next

Page 119
________________ [ २४ ] . प्रविषिकक्रिया प्रायश्चित्त प्रष्यप्रयोग बकुशनिग्रन्थ बन्ध बन्धननामकर्मन् बन्धसामान्य बन्धातिचार बहुप्राहित्व बहुविष बादरनामकर्मन् बादरस्कन्ध बालतपस् नाहनिर्वृत्ति बोधिदुर्लभभावना ब्रह्मचर्य भक्ति भयनिश्रितवचनप्रत्याख्यान भयमोहनीय भयमोहनीयात्रव भवनपति

Loading...

Page Navigation
1 ... 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129