Book Title: Jain Tattva Pradip Author(s): Mangalvijay Publisher: Abhaychandra Bhagwandas Gandhi View full book textPage 124
________________ [ २९ ] वाग्योग धाग्योग वाचना वाचिकाशुभाश्रय वासना वास्तुप्रमाणातिक्रम विचिकित्सातिचार विदारणक्रिया विधिविशेष विनय विनयसंपन्नता विपाक विपाकविचय विपुलमति विरति. विरुद्धराज्यातिकम विधाह विविक्तशय्यासन विकृतयोनि विवेकप्रायश्चित्त विश्वस्तमन्त्रभेद विषयानुबन्धिरौद्रध्यान विसंपादनPage Navigation
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