Book Title: Jain Tattva Pradip Author(s): Mangalvijay Publisher: Abhaychandra Bhagwandas Gandhi View full book textPage 128
________________ [ ३४ ] पृष्ठं सम्यक्चारित्र सम्यक्त्व सम्यक्त्व सम्यक्त्व सम्यक्त्वक्रिया .. सम्यगनशनतपस् सम्यग्ज्ञान सम्यग्दर्शन सराग सरागसंयम सर्वविरति सहसाभ्याख्यान सांपरायिकाश्रव साधारणनामकर्मन् सामन्तोपनिपातिकी; सामानिक सामान्यरौद्रध्यान : सामायिक सामायिक सार सुख सुखानुबन्ध सुभगनामक : २८ १५० १३८ 10006 .Page Navigation
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