Book Title: Jain Tattva Mimansa Aur Aachar Mimansa
Author(s): Rujupragyashreeji MS
Publisher: Jain Vishvabharati Vidyalay

View full book text
Previous | Next

Page 228
________________ 219 * मैं हिंसात्मक एवं तोड़फोड़-मूलक प्रवृत्तियों में भाग नहीं लूंगा। * मैं अश्लील शब्दों का प्रयोग नहीं करूंगा, अश्लील साहित्य नहीं पढूंगा तथा अश्लील चलचित्र नहीं देखूगा। * मैं मादक तथा नशीले पदार्थों का सेवन नहीं करूंगा। * मैं चुनाव के सम्बन्ध में अनैतिक आचरण नहीं करूंगा और न भाग लूँगा। - * मैं दहेज से अनुबंधित एवं प्रदर्शन से युक्त विवाह नहीं करूंगा। * मैं बड़े वृक्ष नहीं काटूंगा और प्रदूषण नहीं फैलाऊँगा। • 2. शिक्षक अणुव्रत .. *मैं विद्यार्थी के बौद्धिक-विकास के साथ चरित्र-विकास में भी सहयोगी बनूंगा। * मैं विद्यार्थी को उत्तीर्ण करने में अवैध उपायों का सहारा नहीं लूंगा। * मैं अपने लिए विद्यार्थियों में दलगत राजनीति को प्रश्रय नहीं दूंगा। न इसके लिए विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करूंगा। * मैं मादक और नशीले पदार्थों का सेवन नहीं करूंगा। * मैं अणुव्रत-प्रसार में अपना योग दूंगा। 3. अधिकारी/कर्मचारी अणुव्रत 1. मैं रिश्वत नहीं लूंगा। 2. मैं अपने प्राप्त अधिकारों का अनुचित प्रयोग नहीं करूंगा।

Loading...

Page Navigation
1 ... 226 227 228 229 230 231 232 233 234 235 236 237 238 239 240