Book Title: Jain Marriage Ceremony Gujarati
Author(s):
Publisher: Pallavi and Dilip Mehta
View full book text
________________
IDANGI
ran
Quel
O
७
-DAD
हवे नवकार मंत्र तथा ' मह' नु रटा थशे.
|| नवभर भं ॥ ॐ नभो अरिहंताराम ॐ नभो सिध्धारा ॐ नभो आयरियाशाभ ॐ नभो Gyaमायाराम नभो लोमे सव्व साहूएशन् मेसो पंय नभुटारो सव्व पावपाशासाशो भंगला य सव्वेसिभ
पठभं हवछ भंगलभ् ।। ॐ सहभ । आत्माऽसि, वोऽसि, सभडालोऽसि, सभथित्तोऽसि, सभडर्भोऽसि, सभश्रेयोऽसि, सभहेहो 5 सि, सभस्नेहोऽसि,सभप्रभोटोऽसि,सभगभोऽसि,सभविहरोऽसि, सभ भोक्षोऽसि, तहेहि मेऽत्वं छानीयम् ।
मह । ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः।।
ॐक्ष्वी क्ष्वी हंसः स्वाहा । वरन्याने विनंती के तेसो शिनेश्वरयो सक्षत संभाल भावपूर्व सा हरे.
OTOMOS WOwane

Page Navigation
1 ... 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44