Book Title: Jain Kumarsambhava Mahakavya
Author(s): Jayshekharsuri
Publisher: Prakrit Bharti Academy

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Page 8
________________ १. २. ३. प्रस्तावना जैनकुमारसम्भव : एक परिचय जैनकुमारसम्भव महाकाव्य सानुवाद प्रथम सर्ग द्वितीय सर्ग तृतीय सर्ग चतुर्थ सर्ग पञ्चम सर्ग १. २. ३: ४. ५. ६: षष्ठ सर्ग सप्तम सर्ग ८. अष्टम सर्ग ९. नवम सर्ग १०. दशम सर्ग ११. एकादश सर्ग ७. ॐ विषयानुक्रम 筑 परिशिष्ट १. जैनकुमारसम्भव महाकाव्य में आगत सूक्तियाँ जैनकुमारसम्भव काव्य के पद्यों का अकारानुक्रम २. Jain Education International ᄆ X For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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