Book Title: Jain Hiteshi 1921 Ank 10 Author(s): Nathuram Premi Publisher: Jain Granthratna Karyalay View full book textPage 1
________________ - श्रीवर्द्धमानाय नमः। भाग १५ जैनहितैषी अंक १२ ३६२ ६७० आश्विन सं० २४४७ । अक्तूबर सन् १९२१ विषय-सूची। १. जालमें मीन-बाबू जुगुलकिशोर मुख्तार ... ' २. पूज्यपाद उपासकाचारकी जाँच ... ... ३. जैन-हितैषी पर विद्वानोंके विचार ... ... १. सत्याग्रह करना पड़ेगा-श्री श्यामसुंदरलाल जैनी ५. वह सभा या महासभाकी भी हँसी कराता है ... ६. करुणे-श्री. भगवन्त गणपतिजी गोइलीय ... ७. वीरपुष्पांजलि पर लोकमत .... ... ८. स्त्री-शिक्षा और स्वाधीनता ... . ... ६. देशकी वर्तमान परिस्थिति और हमारा कर्तव्य १०. सामाजिक-संवाद-श्री० पं० नाथूरामजी प्रेमी ... ११. पुस्तक परिचय-संपादक १२. सम्पादकीय निवेदन ३७८ ३६० - सम्पादक, बाबू जुगुलकिशोर मुख्तार । श्रीलक्ष्मीनारायण प्रेस, काशी Jain Education International ___For Personal & Private Use only. www.jainelibrary.orgPage Navigation
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