Book Title: Jain Hiteshi 1917 Ank 05 06 07
Author(s): Nathuram Premi
Publisher: Jain Granthratna Karyalay

View full book text
Previous | Next

Page 1
________________ श्रीवर्द्धमानाय नमः। । ... भाग १३। जैनहितैषी।" .. अंक ५-६-७। -: मई, जून, जुलाई १९१७। विषय सूची। १ सुधारका मूलमंत्र-ले०, बाबू जुगलकिशोर मुख्तार ... १९५ २ विचित्र ब्याह ( तृतीयसर्ग)-ले, पं. रामचरित उपाध्याय १९९ ३ वर्ण और जातिविचार-ले०, बाबू सूरजभान वकील ... २०१ ४ सन्तान-सुधार-ले०, बाबू दयाचंद गोयलीय बी. ए. ... .. २.१७ ५ योगचिकित्सा-ले० पं० माधवलाल शर्मा ... ... २२२ ६ चन्द्रगुप्तके स्वप्नोंकी जाँच-ले०, बाबू जुगलकिशोर ... ७ जैनधर्म और हिन्दूधर्म-ले०, लाला कन्नोमल एम. ए. चोर-( गल्प ) ले०, पं० शिवनारायण द्विवेदी ... ... ९दर्शनसार विवेचनासहित- ... ... ... ... १० श्रद्धा उठ गई-ले०, ब्र. भगवानदीन ... ... ... ११ दादाभाई नौरोजी-ले. पं० ज्वालादत्तशर्मा ... ... • १२ स्त्रियोंका पराधीनता-ले० ठाकुर सूर्यकुमार वर्मा १३ प्राचीनकाल में जिनमूर्तियाँ कैसी थी?-ले०,श्रीयुत .J.S.२८७ १५ राजा हरदौल ( गल्प )-ले० प्रेमचन्द ... ... ... २९५ १६ गोलमालकारिणी सभा-ले०, गढ़बड़ानन्द शास्त्री ... ३०२ १६ विविधप्रसङ्ग- ... ... ... ... ... ... ६०५ १७ धर्मपरीक्षा (ग्रन्थ परीक्षा), ले०चा. जुगलकिशोर मुख्तार : १४ संपादक-नायूराम प्रेमी। मुंबईवे च प्रेस 0.35 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 ... 140