Book Title: Jain Hiteshi 1914 Ank 01 02
Author(s): Nathuram Premi
Publisher: Jain Granthratna Karyalay

View full book text
Previous | Next

Page 136
________________ (2) ३ अँगरेजी प्रवेश - मूल्य आठ आना । ४ सचित्र अक्षर बोब - बालकों के लिए बहुत ही उपयोगी | = ) ५ चित्रमय जापान - जापान सम्बन्धी ८४ चित्र और उनका परिचय | मूल्य १) ६ राजा रविवर्मा प्रसिद्ध चित्र - विवरणसहित | मूल्य १ ) ७ वर्णमाला के रंगीन ताश - चार आने । ८ सचित्र भगवद्गीता - रेशमी जिल्द 1= ), सादी ।) हिन्दी -- ग्रन्थरत्नाकर --सीरीजकी नई पुस्तकें स्वदेश - जगत्प्रसिद्ध कविसम्राट् डा० रवीन्द्रनाथ टागोर के ८ निबन्धों का संग्रह | जो लोग असली भारतवर्षके दर्शन करना चाहते हैं, ' भारतके समाजतंत्र और राष्ट्रतंत्रा रहस्य समझना चाहते हैं, पूर्व और पश्चिमके भेदको हृदयंगम करना चाहते हैं और सच्चे स्वदेशसेवक बनना चाहते हैं उन्हें यह निबन्धावली अवश्य पढ़ना चाहिए । यह सीरीजकी आठवीं पुस्तक है । मूल्य दश आने । चरित्रगठन और मनोवल - यह प्रसिद्ध अमेरिकन विद्वान् राल्फ वाल्डो ट्राइनके अंगरेजी ग्रन्थ' कैरेक्टर बिल्डिंग - थाट पावर' का हिन्दी अनुवाद है । इसमें इस बातको बहुत अच्छी तरहसे बतला दिया है कि मनुष्य अपने चरित्रको जैसा चाहे वैसा बना सकता है । मानसिक विचारोंका चरित्र पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है । प्रत्येक बालक युवक वृद्ध बाँचने लायक है । इसमें कोई भी बात जैनधर्मसे विरुद्ध नहीं है | सीरीजकी यह नवीं पुतक है। मूल्य तीन आने । Jain Education International मैनेजर, हिन्दी - मन्थरत्नाकर कार्यालय हीराबाग, पो० गिरगाँव, बम्बई । For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144