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शिक्षित स्त्री अपढ़ पति पाकर उसे कैसे मनोनुकूल कर लेती है इस विषयकी अच्छी शिक्षा दी गई है। और भी गृहस्थी संबन्धी उपदेशोंसे यह पुस्तक भरी है । मूल्य, दश आना ।
नये उपन्यास। विचित्रवधरहस्य-बंगसाहित्यसम्राट कविवर रवीन्द्रनाथ ठाकुरके बंगला उपन्यासका हिन्दी अनुवाद । रवीन्द्रबाबूके उपन्यासोंकी प्रशंसा करनेकी जरूरत नहीं । बहुत ही करुणरसपूर्ण उपन्यास है । मूल्य ॥)
स्वर्णलता-बहुत ही शिक्षाप्रद सामाजिक उपन्यास है । बंगाली भाषामें यह चौदह बार छपके बिक चुका है। हिन्दीमें अभी हाल ही छपा है । मूल्य १) __ माधवीकङ्कण-बड़ोदा राज्यके भूतपूर्व दीवान सर रमेशचन्द्रदत्तके बंगला उपन्यासका हिन्दी अनुवाद । मूल्य )
षोड़शी-बंगलाके सुप्रसिद्ध गल्पलेखक बाबू प्रभातकुमार मुख्योपाध्याय बैरिस्टर ऍटलाकी पुस्तकका अनुवाद । इसमें छोटे छोटे १६ खण्ड-उपन्यास हैं।। मूल्य १)
महाराष्ट्रजीवनप्रभात—सर रमेशचन्द्र दत्तके बंगला ग्रन्थका नया हिन्दी अनुवाद, इंडियन प्रेसका। वीर रसपूर्ण बड़ा ही उत्तम उपन्यास है। मूल्य चौदह आने।।
राजपूतजीवनसन्ध्या -यह भी उक्त ग्रन्थकारका ही बनाया हुआ है। इसमें राजपूतोंकी वीरता कूट कूट कर भरी है । मूल्य बारह आने ।
सुशीलाचरित-स्त्रियोपयोगी बहुत ही सुन्दर पुस्तक । मूल्य एक रुपया।
आश्चर्यजनक घटना या नौकाडूबी-कविवर रवीन्द्रनाथ डाकुरके बंगला उपन्यासका अतिशय भावपूर्ण अनुवाद । मूल्य १)
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