Book Title: Jain Gruhastha ki Shodashsanskar Vidhi
Author(s): Vardhmansuri, Sagarmal Jain
Publisher: Prachya Vidyapith Shajapur

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Page 8
________________ ग्रन्थ नाम अनुवादक सम्पादक प्रकाशक प्रकाशन सहयोग प्राप्ति स्थल प्रकाशन वर्ष मूल्य Jain Education International - --- - वर्धमानसूरि कृत 'आचारदिनकर' प्रथमखण्ड जैनगृहस्थ की षोड़शसंस्कारविधि पूज्या समतामूर्ति श्री विचक्षण श्री जी म.सा. की प्रशिष्या एवं साध्वीवर्या हर्षयशा श्री जी की शिष्या साध्वी मोक्षरत्नाश्री जी डॉ. सागरमल जैन प्राच्य विद्यापीठ, दुपाड़ा रोड़ शाजापुर (म. प्र. ) श्री गुलाबचन्द जी फूलचंदजी सा. झाडचूर एवं परिवार, जयपूर (1) डॉ. सागरमल जैन, प्राच्य विद्यापीठ, दुपाड़ा रोड़, शाजापुर (म.प्र) 465001 (2) सरस्वती पुस्तक भण्डार, हाथीखाना रतनपोल अहमदाबाद (गुजरात) प्रथम संस्करण, सितम्बर 2005 रू. 40/- चालीस रूपया For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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