Book Title: Jain Granthavali
Author(s): Jain Shwetambar Conference
Publisher: Jain Shwetambar Conference Mumbai

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Page 494
________________ १०६ अनुक्रमणिका रच्यानो संवत्. ग्रंथy नाम. रच्यानो संवत्. प्रथy नाम. ..... काव्यप्रकाशसंकेत १२९५ गणधरसार्द्धशतक वृत्ति - १२७४ .... ne १२९५ पिंडविशुद्धि वृत्ति दीपिका जीतकल्प वृत्ति पार्श्वनाथ चरित्र (प्रा.) i १२७७ १२९६ आवश्यक लघुवृत्ति १२७७ १२९९ वाम % सम्यकप्रकरण वृत्ति . विवेकमंजरी वृत्ति D १२७८ १२९९ १२७८ जयंतकाव्य १३०२ १२८० १३०४ हैमसमासतद्धितसार प्रकरण वृत्ति... प्रेमलाभ व्याकरण १२८१ १३०४ १३०४ १३०५ १३०७ १३१३ वासुपूज्यस्वामी चरित्र उपदेशमाला वृत्ति ( कर्णिका ) ... चंद्रप्रभस्वामी चरित्र (सं.) ... पूर्वर्षि चरित्र हितोपदेशमाला वृत्ति बालबोधव्याकरण मूळ धर्मरत्न करंडक याश्रय (प्रा.) वृत्ति(वीजी) ... कुमारपाल चरित्र (बीजुं) ... शांतिनाथ चरित्र (सं.) श्रावकधर्मप्रकरण वृत्ति संदेहदोलावली वृत्ति शांतिनाथ चरित्र (प्रा.) समरादित्य चरित्र दीपालिकाकल्प वृत्तरत्नाकर वृत्ति श्रेयांसनाथ चरित्र(सं.) ... १३१७ १२८८ १२८५ कृतपुण्य चरित्र १२८५ धन्यशालि चरित्र १२८६ धर्मविधि वृत्ति १२८७ स्वप्रसप्ततिका वृत्ति (बीजी)... १२८७ . गृहस्थधर्मप्रतिपत्ती कुलक(बीजु)... ऋषिदत्ता चरित्र ... १२८९ उपमितिभवप्रपंचासारोद्धार ... १९९३ द्वादशकुलक वृत्ति मुनिसुव्रतस्वामी चरित्र (प्रा) ... चरी वृत्ति . १९९४ शीलोपदेशमाला वृत्ति (श्रीजी )... शतपदी १३१७ १३२० १३२२ १३२५ १३३१

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