Book Title: Jain Darshan me Samyaktva ka Swarup
Author(s): Surekhashreeji
Publisher: Vichakshan Smruti Prakashan

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Page 288
________________ ચંદ્ जैन, जगदीश चन्द्र - प्राकृत साहित्य का इतिहास, प्रथमावृत्ति, १९६१. बनारस : चौखम्बा संस्कृत सीरिज । जैन दर्शन में सम्यक्त्व का स्वरूप जैन, जगदीश चन्द्र - भारतीय तत्त्व चिन्तन, प्रथमावृत्ति, दिल्ली : राजकमल प्रकाशन | जैन, डॉ. हीरालाल - जिनवाणी, वाराणसी : भारतीय ज्ञानपीठ, प्रथमावृत्ति, १९७५.. झवेरी, इन्दुकला (अनु. ) - भारतीय तत्त्वज्ञान की रूपरेखा खण्ड-३, प्रथमावृत्ति; अहमदाबाद : गुजरात विद्या सभा, १९६४. तिवारी, रामचन्द्र - शंकराचार्य का आचार दर्शन, प्रथमावृत्ति, प्रयाग : साहित्य सम्मेलन, १९५०. दर्शन विजय, ज्ञानविजय, चारित्रविजय 'त्रिपुटी ' - जैन परम्परा नो इतिहास, प्रथमावृत्ति, अहमदाबाद : चारित्र स्मारक ग्रन्थमाला, १९६४. दासगुप्ता, डॉ. ए एन - भारतीय दर्शन का इतिहास भाग १ - ७ प्रथमावृत्ति, जयपुर: राजस्थान हिन्दी ग्रन्थ अकादमी. दीक्षित जगदीश दत्त - ब्राह्मण तथा बौद्ध विचारधारा का तुलनात्मक अध्ययन प्रथमावृत्ति, वाराणसी : भारतीय विद्या प्रकाशन, १९७९. देसाई, डॉ. भास्कर गोपालजी - धर्मोनुं तुलनात्मक अध्ययन, प्रथमावृत्ति, अहमदाबाद: यूनिवर्सिटी ग्रन्थ निर्माण बोर्ड गुजरात राज्य, १९६१. दोशी, पं. बेचर दास - जैन साहित्य का बृहद् इतिहास वाराणसी : पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, १९६६ .

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