Book Title: Jain Darshan me Samyaktva ka Swarup
Author(s): Surekhashreeji
Publisher: Vichakshan Smruti Prakashan

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Page 293
________________ शब्द संदर्भ सूची शब्द पृष्ठ संख्या । शब्द पृष्ठ संख्या अंग प्रविष्ट आगम-१३ अनिवत्तिकरण-७९,८०,८१,१२८, अंग बाह्य श्रुत-८५ १२९, १३७ अंग बाह्य आगम-१२ अनिवृत्तिबादर-१२४, ७२ अंग सूत्र-१२ अनुकम्पा-१४५ अकलंक देव-८५, ८८, ८९, ९१, अनुप्रदान-१४६ अनुत्तरोपपातिक-५८ — अकलुष समापन्न-६९, ७० अनुभागबंध-१२९ अक्षपाद गौतम-१९२, १९५ - अनुयोग द्वार-५७,६२,२४ अतिचार-७२ । अनुशासन पर्व-२०९ अतीन्द्रिय-२, ३ . . . अपरिग्रह-७७ अथर्ववेद-१९७ अपूर्वकरण-७९,८०, ८१, १२२, अदत्तादान-७६ • १२३, १२८, १२९, १३७ अधः प्रवृत्तकरण-१२९, १५६ अपोह-५६ अधिकरण-१०१ अप्रतिपाती-६७ अधिगम-९४, ९९, १००, १८५ अप्रमत्त संयत-७२, १२१, १२७, .' अध्यात्म कमल मार्तण्ड-१६४ १२९, १३० अध्यात्म श्रद्धा-११ अभयदेवसूरि-५० अध्यात्म सार-१६३ अभिगम रुचि-४१, ६७ अन्तकृदशाङ्ग-१८, ७७ अभिगम सम्यग्दर्शन-६६ अन्तर करण-१२८ अभिधान राजेन्द्र-५२ अनभिध्या-१७२ अभिनिवेश-११२, ११७ अनन्तानुबंधी-८३,८४,१२८,१२९ अभेद समापन्न-६९, ७० अनवस्थितता-१९२ अमायी भावितात्मा-५१

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