Book Title: Jain Darshan ki Ruprekha
Author(s): S Gopalan, Gunakar Mule
Publisher: Waili Eastern Ltd Delhi
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जैन दर्शन
लि., लंदन, 1969) गोम्मटसार गौतम धर्मसूत्र छान्दोग्य उपनिषद् जैन साइकोलाजी (एम० एल० मेहता, जैन धर्म प्रचारक समिति, 1955) जैन सूत्राज, भाग प्रथम, (एच० याकोबी, अनु० मोतीलाल बनारसीदास,
1964) जैन थ्योरीज आफ रियलिटी एण्ड नॉलेज (वाई० जे० पदमराजिह, जैन साहित्य
विकास मण्डल, बम्बई, 1963) जैन व्यू आफ लाइफ (टी०जी० कालघटगी, जैन संस्कृति संरक्षक संघ,
सोलापुर, 1969) जैनिज्म इन नॉर्थ इण्डिया (सी० जे शाह, लॉगमन ग्रीन एण्ड कं०,
लंदन, 1932) ज्ञानसून तत्त्वार्थसूत्र (उमास्वामि) तत्त्वार्थसूत्र भाष्य (उमास्वामि) तत्त्वार्थ-श्लोक-वार्तिक (विद्यानन्द) दशवकालिक नियुक्ति (भद्रबाहु) द्रव्यसंग्रह और टीका नन्दीमूत्र नियमसार (कुन्दकुन्द) न्यायावतार वृत्ति पंचास्तिकाय (कुन्दकुन्द) परीक्षामुखसूत्र (माणिक्यनन्दी) फिलासफीज माफ इण्डिया (झिम्मेर, रूटलेज एण्ड केगान पॉल, लंदन,1953) प्रमाण-मीमांसा (हेमचन्द्र) और टीका प्रमाणनयतत्त्वालोकालंकार (वादिदेव) प्रवचनसार प्रिंसिपल्स आफ साइकोलाजी (विलियम जेम्स, लंदन, 1946) भगवतीसूत्र बुद्धिस्ट लॉजिक (थि० श्चेरवात्स्की, लेनिनग्राद, 1930) बृहदारण्यक उपनिषद् बोधायन धर्मसूत्र

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