Book Title: Jain Balpothi
Author(s): Harilal Jain
Publisher: Digambar Jain Swadhyay Mandir Trust

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Page 32
________________ Version 002: remember to check http://www.AtmaDharma.com for updates २०० श्री महावीर भगवान क्या तुम भगवान महावीर को पहिचानते हो? जैसे तुम आत्मा हो वैसे भगवान महावीर भी एक आत्मा है। उन्होंने आत्मा की पहिचान की और राग-द्वेष को दूर किया । इसी से वे भगवान हुए। यदि तुम ऐसा करोगे तो तुम भी भगवान हो जाओगे । 'महावीर' के पिताजीका नाम सिद्धार्थ राजा और माता का नाम त्रिशलादेवी था । उनका जन्म चैत्र सुदी १३ के दिन वैशाली के कुण्डलपुरमें हुआ था। जन्मसे ही वे महान आत्मज्ञानी और वैरागी थे । स्वर्ग से देव उनकी सेवा करने आते थे और छोटे छोटे बालकों का रूप धारण कर उनके साथ खेलते थे। http://www.Atmabharma.com खेलते हुए एक दिन एक देव ने बड़े सर्प का रूप बनाया और बालकों को डराने लगा, किन्तु महावीर ने उसे उठाकर दूर फेंक दिया । Please inform us of any errors on rajesh@AtmaDharma.com

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