Book Title: Jain Balpothi
Author(s): Harilal Jain
Publisher: Digambar Jain Swadhyay Mandir Trust

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Page 44
________________ Version 002: remember to check http://www.AtmaDharma.com for updates जैन बालपोथीके प्रश्न ............... बालकों , तुमने यह जैन बालपोथी पढ़ ली है; अब नीचे दिये हुए प्रश्नों के उत्तर ढूँढ़ो। इससे तुम्हारा अभ्यास पक्का होगा और तुम्हें आनन्द आयेगा। यह प्रश्न परीक्षा में तथा बालकों को एक दूसरे के साथ प्रश्नोत्तर करने में उपयोगी होंगे। १. मैं कौन हूँ? २० मुझमें क्या है ? ३. हम किसकी संतान हैं ? ४. तुम्हें क्या पढ़ना अच्छा लगता है ? ५. तुम बड़े होकर क्या करोगे ? ६. तुम जीव हो या शरीर ? ७. ज्ञान जीव में होता है या शरीर में ? ८. जीव और शरीर में क्या अन्तर है ? ९. जीव और शरीर एक हैं या भिन्न ? १०. तुम किससे जानते हो ? ११. आँखके बिना देखा जा सकता है क्या ? १२. शरीर किसको जानता है ? १३. तुम कौन से द्रव्य हो ?----जीव या अजीव ? १४. तुममें कौन सा गुण है ? १५. जानना वह किसकी पर्याय है ? १६. जीव द्रव्य और अजीव द्रव्य दोनों में क्या अन्तर है ? १७. शरीर कौन है ? Please inform us of any errors on rajesh@AtmaDharma.com

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