Book Title: Hindi Jain Sahitya ka Sankshipta Itihas
Author(s): Kamtaprasad Jain
Publisher: Bharatiya Gyanpith

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Page 275
________________ २५६ [ हिन्दी जैन साहित्य का जगत्सुंदरी प्रयोगमाला १०,५४ । | जालोर १२६ जगद्गुरु मट्टारक ११८ जिन १ जगदीश २२६ जिनउदयगुरु ६६ जगामचंद्र प्रो०, ०१ जिनगुणविलास २१. जगभूषण भट्टारक ८६, .१ जिनचन्द्र सूरि ७२, १०६ जमनादास १९४ जिनतिलक सूरि २२२ जमनालाल जैन विशारद १९३ जिनदत्तचरित्र २१४ जम्बूद्वीप २० जिनदत्तचरित्र भाषा २२० जम्बूस्वामी की पूजा २२० जिनदास १९९ जम्बूस्वामीचरित्र.२. जिनदास पांडे ९७-९८ जम्बूस्वामी रामा ४४, ५४ जिनदास ब. १६० जबकीर्ति भट्टारक,.. जिनरंग सूरि १८४ जयन्द्र जी १८९, १९० जिनवाणीलार २१८ जयपुर ८३, १८२, १८५, १८९, जिनविजयजी मुनि ९६ १९७, १९९, २०, २०, जिनसेनाचार्य १०४ २.९, २२०, २२० जिनहर्ष १६० जपलाल मुनि ॥ जिनोदय कवि २२१ जयसिंह पुरा १५० जीवराज १७४, १८२ जयसिंह राजा २०० जीवविचारवृत्ति २१९ जसवन्तजी १५४ जीवसुलक्षण सन्न्यासमरण .. जसवन्तनगर (इटावा) १२., जीवंधरचरित्र २१. जुगुलकिशोर जी मुख्तार ३. जस अमरसी भोसबाल जैनसिद्धान्तभवन २०९ जहाँगीर बादशाह १०१,११५,१६. जैनसिदान्तभास्कर २२ जहानाबाद १० जैसवालवंश २१८ . जाफर खाँ ६१ । जोगीदास १८०, २२१ जामसा २२. | जोधराज गोदीका १५५

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