Book Title: Hindi Jain Sahitya ka Sankshipta Itihas
Author(s): Kamtaprasad Jain
Publisher: Bharatiya Gyanpith

View full book text
Previous | Next

Page 292
________________ भारतीय ज्ञानपीठ, काशी आलोचनो व ५.५ हिन्दी प्रकाशन १ मुक्तिदूत (एक पौराणिक रोमांस) ४) २ दो हजार वर्ष पुरानी कहानियाँ (प्राचीन भागम ग्रंथों से) ३) ३ पथचिह्न (स्मृति रेखाएँ और निबन्ध) २) ४ आधुनिक जैन कवि ३॥ ५ हिन्दी जैन साहित्य का संक्षिप्त इतिहास २॥ ६ जनशासन ४) ७ कुन्दकुन्दाचार्य के तीन रत्न (पंचास्तिकाय प्रवचनसार मोर समय सार का विषय परिचय) ८ पाश्चात्य तर्क-शास्त्र-२ भाग

Loading...

Page Navigation
1 ... 290 291 292 293 294 295 296 297 298 299 300 301