Book Title: Hindi Jain Sahitya ka Sankshipta Itihas
Author(s): Kamtaprasad Jain
Publisher: Bharatiya Gyanpith

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Page 288
________________ २६६ धामपुर संक्षिप्त इतिहास] पृष्ठ पंक्ति १५४ १ १५५ ११ १५६ ११ १५९ ८ १६४ १० १७२ हम महीने निकरिके अशुद्ध धानपुर देम महीने सूनि सिंह के सलेखया दयामा आन न गुसई या न्दावन ८२७ १७४ सलेखमा दमामा आनन गुसाई या वृन्दावन १८२७ उनके शिक्षायें भरी उगके १७४ २१ १७७ ११ १८४ १८६ २४ १९१ १९३ १७ १९३ २० १९४ ७ २०० १४ २०१ २० २०६ ९ M शिक्षाय भरा डर मित अध नित अघमुणक-सु-लाल झुनकतुलाल पंचेन्द्रियबोल पंचेन्द्रियवेलि

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