Book Title: Hindi Gujarati Kosh
Author(s): Maganbhai Prabhudas Desai
Publisher: Gujarat Vidyapith

View full book text
Previous | Next

Page 561
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org सूई सूई स्त्री० सोय (२) घडियाळना जेवो कोई पण कांटो का फावड़ा या भाला बनाना = रजनुं गज करवुं. सूइयों नाज पिरोना = बहु कंजूसी करवी सुकर पुं० [सं.] सूअर; मूंड. - री स्त्री० सुका पुं० पावली (२) वि० सूकुं. की स्त्री० लांच o सूक्त पुं० [सं.] वेदनं सूक्त - मंत्रोनुं जूथ (२) सुवाक्य (३) वि० सारी रीते कहेलुं सूक्ति स्त्री० [सं.] सुवाक्य; सारो बोल सूक्ष्म वि० [सं.] बारीक; झीणं. ०दर्शक यंत्र पुं० सूक्ष्म पदार्थ जोवानुं यंत्र. ०दर्शी वि० तीणुं जोई शकनार; कुशाग्रबुद्धि सूखना अ०क्रि० सुकावुं सुखा वि० सूकुं; शुक; लखुं (२) पुं० सुकवणुं; दुकाळ (३) सूको; जरदो (४) पाणी वगरनी सूकी जगा सूचक वि० [सं.] सूचवतुं बतावतुं (२) पुं० सोय (३) दरजी [ चेतवणी सूचना स्त्री० [ सं . ] सूचववुं ते; नोटिस; सूचि स्त्री० [ सं . ] सोय (२) इस्टापडी; कडी (३) यादी [सूंढ सूचिका स्त्री० [सं.] सोय (२) हाथीनी सूचित वि० [सं.] सूचवाये लुं सूची पुं० [सं.] चाडियो के गुप्तचर (२) स्त्री० सोय ( ३ ) यादी सूच्यार्थ पुं० [सं.] व्यंग्यार्थ सूजन ( - गी) स्त्री० सूज; सोजो. -ना अ०क्रि० सूज, फूलबुं सूजा पुं० 'सूआ'; सोयो सूजाक पुं० [फा.] एक मूत्ररोग सूजी स्त्री० रवो; जाडो लोट (२) सोय (३) पुं० दरजी सूझ-बूझ स्त्री० समज; सूझ हिं. ३५ ५४५ Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir सूफ़ सूझना अ० क्रि० सूझवुं; देखावुं सूट पुं० [इं.]पहेरवानुं 'सूट' - कोटपाटलून सूत पुं० सूतर (२) दोरो सूतक पुं० [सं.] प्रसव; जन्म ( २ ) अशौच (जन्म-मरणनुं ). - की वि० सूतकवाळं सूतना अ०क्रि० ( प. ) सूवुं सूता पुं० 'सूत'; सूतर (२) स्त्री० [ सं . ] प्रसूता स्त्री सूतिका स्त्री० [सं.] सुवावडी. ०गार, ०गृह, ०भवन पुं० प्रसूतिगृह सूती वि० सूतरनुं (२) स्त्री० सीप सूत्र पुं० [सं.] सूतर; दोरो (२) ट्रंक वचन के वाक्य (३) तंत्र; व्यवस्था सूत्रकार पुं० [सं.] सूत्र रचनार ( २ ) सुथार (३) वणकर [ मुख्य नट सूत्रधार पुं० [सं.] नाटकनो नायक; सूत्रपात पुं० [सं.] शरूआत सूथन ( - नी ) स्त्री० स्त्रीओनी सूंथणी सुथार पुं० सुथार सूद पुं० [फा.] लाभ (२) व्याज दर सूद = व्याजनुं व्याज सूदी वि० व्याजुकुं सूषा वि० ( प. ) सीधुं सूधे अ० ( प. ) जुओ 'सीधे' सून पुं० [सं.] प्रसव (२) पुत्र, फळ, कळी इ० ( ३ ) ( प. ) शून्य ( ४ ) वि० सूनुं. ०सान वि० जुओ 'सुनसान' सूना वि० सूनुं (२) पुं० एकांत जगा (३) स्त्री० [सं.] पुत्री सूप पुं० सूपडुं (२) [सं.] सूप - एक पेय वानी. ०क, ०कार पुं० रसोइयो. oड़ा पुं० सूपडुं For Private and Personal Use Only सूफ़ पुं० [अ.] ऊन के गरम कपडुं (२) काळी शाहीना खडियामां रखातुं कपडुं

Loading...

Page Navigation
1 ... 559 560 561 562 563 564 565 566 567 568 569 570 571 572 573 574 575 576 577 578 579 580 581 582 583 584 585 586 587 588 589 590 591 592 593