Book Title: Hindi Gujarati Kosh
Author(s): Maganbhai Prabhudas Desai
Publisher: Gujarat Vidyapith

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Page 585
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir हीलतन् हीलतन् अ० [अ.] युवितथी; बहानाथी; हुक्मी वि० [अ.] अचूक; अटल (२) छेतरीने आज्ञाकारी (३) अ० सदा । होला पुं० [अ] बहान; मिष (२)निमित्त; हुचकी स्त्री० हेडकी; 'हिचकी' कारण. हवाला पुं० बहानुं हुजरा पुं० [अ.] हुजरो; ओरडी (२) होला-गर,-बाज,-साज वि० चालाक; ___ मसीदनी एकांत ध्यान माटेनी ओरडी फरेबी; बहान काढनार हुजूम पुं० [अ.] 'हजूम', भीड; 'मजमा' हीला-हवाला पुं० [अ.] बहानुं हुजूर पुं० [अ.] 'हजूर'-एवं संबोधन हुंकार पुं० हुंकारो; पडकार; गर्जना (२) हजूर; हाजरी; समक्षता (३) हुंकारना अ०क्रि० होकाटवु; ठपको देवो दरबार; कचेरी (२) हुंकारो करवो; गर्जवं हुजूर-वाला पुं० [अ.] जनाब; श्रीमान हुंकारी स्त्री० हंकारो; हा कहेवू ते । हुजूरी पुं० [अ.] हजूरियो; नोकर (२) हुंडा भाड़ा पुं० महेसूल इ० बधुं आपीने दरबारी (३) वि० सरकारी; हजूरन माल पहोंचाडवानो ठेको हुज्जत स्त्री० [अ.] खाली तर्कबाजी; हुँडार पुं० वरु दलीलबाजी (२) झघडो; तकरार हुंडा (-डिया)वन स्त्री० हूंडियामण (वि० -ती) हुंडी स्त्री० हूंडी. -करना हूंडी लखवी हुड़कना अ.क्रि० टळवळवं; दुःखी थq; हु अ० (प.) 'भी'; पण; सौ. जेम के बीवं (बाळक एकल पडे तेथी) राम हु=राम पण हुड़दंग पुं० धमाकडी; धांधल हुआना अ०कि० शियाळन बोलवू हुत अ०क्रि० (प.) हतुं (२) वि० [सं.] हुकुम पुं० हुकम होमायेलं हुकूक पुं० [अ.] 'हक़' नुं ब०व०; जुओ हुताशन पुं० [सं.] अग्नि 'हकूक' हुति (-ते) अ० (प.) द्वारा; थी (२) हुकूमत स्त्री० [अ.] हकूमत; सत्ता; शासन । तरफथी (त्रीजी ने पांचमी विभक्तिना हुक्का पुं० [अ.] हूको (तमाकुनो). ०पानी अर्थमां) हूकापाणीनो वहेवार; संबंध हुदहुद पुं० [अ.] एक पक्षी हुक्काम पुं० [अ. 'हाकिम' नुं ब०व०] हुदूद स्त्री० [अ.] 'हदूद'; 'हद्द'नें ब० व० हाकेम - अमलदार - वर्ग हुदूद-अरबा स्त्री० [अ.] चतुःसीमा; हुक्म पुं० [अ.] हुकम चारे बाजूनी हद हुक्म-उदूली स्त्री० [अ.] हुकमनी । हुन पुं० [सं. हून] सोनामहोर (२) सोनुं अवगणना [फरमान हुनर पुं० [फा.] हुन्नर; कारीगरी (२) हुक्म-नामा पुं० [अ.+फा.] हुकमनामु; कौशल; चातुरी (३) गुण [कुशल हुक्म-बरदार वि० [अ.+फा.] आज्ञाकारी हुनर-मंद वि० [फा.] हुन्नरी; कसबी; हुक्म-रॉ वि० [अ.+फा.] हुकम देनार; हुनूद पुं० [अ.]'हिंदू' नुं ब०व० [मरजी हुब स्त्री० प्रेम (२) दोस्ती (३) इच्छा; ना शासक For Private and Personal Use Only

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