Book Title: Hindi Gujarati Kosh
Author(s): Maganbhai Prabhudas Desai
Publisher: Gujarat Vidyapith

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Page 548
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir सालेह ५३२ सिंघ सालेह वि० [अ. सालिह] नेक; भलं (२) cकार पुं० साहित्य रचनार. -त्यिक सदाचारी (३) नसीबदार (स्त्री० -हा) । वि० साहित्य संबंधी सालोक्य पुं० [सं.] एक लोकमां साथे साहिनी स्त्री० जुओ ‘साहनी' रहेवं तेवी एक प्रकारनी मुक्ति साहिब पुं० [अ.] जुओ 'साहब' सावंत पुं० सामंत साहिर पुं० [अ.] जादुगर साव पुं० जुओ 'साहु' साहिल पुं० [अ.] किनारो; तट सावकाश वि० [सं.] अवकाश सहित (२) साही स्त्री० साहुडी पुं० अवकाश; फुरसद (३) अवसर साहु,-हू पुं० साधुपुरुष (२) साहुकार सावचेत वि० सावध; खबरदार. -ती। साहुल पुं० ओळंबो; 'सहावल' स्त्री० सावधानी [खबरदार साहू पुं० जुओ ‘साहु' सावधान वि० [सं.] सावचेत; होशियार; साहूकार पुं० साहुकार; मोटो वेपारी सावन पुं० श्रावण (वि० -नी) साहूकारा पुं० साहुकारी; शराफी (२) साष्टांग वि० [सं.] आठे अंग सहित साहुकारोनुं बजार सास स्त्री० सासु साहेब पुं० जुओ 'साहब' सासनलेट पुं० एक जात, कपड़ सिकना अ०क्रि० सेका सासा स्त्री० (प.) संशय (२) श्वास सिंकोना पुं० [इं.] एक वृक्ष (जेमांथी सासु स्त्री० (प.) जुओ ‘सास' क्विनाईन बने छे) [सिंगडानुं पात्र सासुर पुं० ससरो (२) सासरी सिंगड़ा पुं० फोडवानो दारू राखवानुं साह पुं० शाह; शेठ (२) 'साहु' । सिंगरफ पुं० हिंगळोक. -फी वि० तेना साहचर्य पुं० [सं.] साथ; सोबत रंगनुं साह (--हि)नी स्त्री०(प) सेना(२)साथी । सिंगल पुं० रेलवेनो हाथ; 'सिगनल' साह (-हि)ब पुं० मित्र (स्त्री० साहिबा) सिंगा पुं० रणशिंगू (२) मालिक (३) ईश्वर (४) साहेब; सिंगार पुं० शृंगार (२) शणगार(३)शोभा गोरो (५) सन्माननुं संबोधन सिंगारना सक्रि० (प.) शणगारवं साहब-सलामत स्त्री० [सं.] सामसामे सिंगारदान पुं० शणगार सजवानी जय जय - प्रणाम वस्तुओनी पेटी साहबी वि० साहेब, (२) स्त्री० साहेबी । सिंगार-हाट पुं० वेश्यावाडो साहस पुं० सं.] हिंमत (२) उतावळ सिंगारिया, सिंगारी पुं० देवना शणगार करीने कूदी पडq ते; 'जल्दबाज़ी' (३) __ सजनार; पूजारी व्यभिचार, लूट जेवं कुकर्म. -सिक, सिगिया पुं० एक झेरी मूलियुं -सी वि० साहस करे एवं सिंगी पुं० जुओ 'सिंगा' (२) स्त्री० साहा पुं० लग्नमुहूर्त के तेनी पत्रिका ___खराब लोही चूसीने खेंचवानी नळी साहाय्य पुं० [सं.] सहाय; मदद सिंगौटी स्त्री० जुओ "सिंगारदान' साहित्य पुं० [सं.] वाङ्मय (२) मिलन. सिंघ पुं० (प.) सिंह For Private and Personal Use Only

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