Book Title: Heersaubhagya Mahakavyam Part 02
Author(s): Devvimal Gani, Sulochanashreeji
Publisher: Kantilal Chimanlal Shah

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Page 11
________________ विषयः श्लोकाङ्क पृष्ठ ३२-३७ રૂ૪૭-૪૮ ३८-४३ ३४९-३५२ ३५२-०० १००-११५ ११६-११९ ३५७-३८३ ३८३-३९२ ३९३-३९५ १२०-१२३ ३९६-३९७ ८. साहेरभिप्रायज्ञातुं विमलहर्षोपाध्यायंतूर्ण फतेपुरं प्रति प्रेषणम् ९ अकबरसाहिना सह विमलहर्षापाध्याय मिलन च क्षेमकुशलपूच्छावर्णनम् १०. फत्तेपुरनगरे विमलहर्षवाचकेनवंदनपूर्वकंसाहिवार्तालाप निवेदनम ११. सूरेरागमनेोदन्त ज्ञात्वाकब्बरप्रमोदः १२. फत्तेपुरनगरे सूरीन्दर्भिव्यप्रवेशमहोत्सववर्णनम् १३. वर्षाऋतुवर्णनम् १४. जगमालप्रासादे रात्रि व्यतीत्याकब्बरसाहेः सिंहद्वार प्रवेशवर्णनम् १५. सूरेगगमनंशेखद्वारा साहिं प्रतिनिवेदनम् १६. अकब्बरसाहिना शेखं प्रति सुरीन्दोः शिष्टाचार. पालनकथनम् द्वारा साहिसदेश श्रुत्वा मारणा फैजीगृहमलंकृतम् १८ शेखस्यमतानुशिष्टिपृच्छावर्णनम् १९ सभायां गुणमूर्तिसुरीन्दुदर्शनादकब्बरप्रमोदवर्णनम् । २०. साहिना सुरीन्दुं प्रति शारिरीकसुखपृच्छा साध्वाचारं श्रुत्वा अतिप्रमोदः २१. राजसभायां साहिसमक्षमौन्दीकमालाभिधान __दूताभ्यां सूरिगुणकीर्तनवर्णनम् २२. सरेः साहिंप्रतिः कानिचित्तीर्थवर्णनम् २३. अकब्बरस्य आशीर्वचन-प्रार्थना २४. मरिणा आशीर्वादप्रदानम् २५. सर्गसमाप्तिवर्णनम् १२४-१३० १३१-१३६ १३७-१५२ १५४-१७५ ३९३-३९५ ४०२ ४०४ ४०५-४१४ ४१५-४२७ १७६-२००४२८-४४२ २०१-२४४५३-४५० २१५-२२३४५-१४५८ २२४-२२५ ४५९ २२६-००४६०-००० २२७-०० ४६०-००

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