Book Title: Hasta Sajjivanama
Author(s): Meghvijay
Publisher: Mohanlalji Jain Granthamala Indore

View full book text
Previous | Next

Page 311
________________ ( ४५ ) घरना चिन्ह बाला स्थावर मीलकतवाळा होय, मकानोथी सुखी होय! सुदगरना चिन्हवाला प्रपंची होय छे, पर्वत, योनी, घडो, कंकण, माणसना मस्तकनो आकार अने त्रिशुलना चिन्हवाला दिवान, कारभारी के मोटो होदो भोगवनार, राज्यनी मोटी नोकरी करनार, उंची पदवी धरावनार होय छे. वेल, अष्टकोण, स्वस्तिक विगेरे रेखावाला धनवान, सुखी, भोगविलासी अने व्यापारी होय छे. दैत्य मुखवाळा निर्धनी, इज्जत गुमावनार अने प्रपंची होय छे. त्राजवांनुं चिन्ह व्यापारीने के न्याय भणेलाने अटले वकील, बेरीस्टर, जडज विगेरे न्याय छणनारना हाथमां होय छे. सर्प विछिनुं चिन्ह झेरी दवा वापनार के बनावनार, जंगलमां वसनार के खुनीना हाथमां होय छे. रथ के गाढीनुं चिन्ह नाना राजाओने के जागीरदार,. इनामदार, पैसादार माणसोने होय छे. तोरण, ग्राम के वेदिनो आकार नेताओने ( लीडरोने ) गामना के अमुक भागना जागेवानोने अथवा वक्तामोने होय छे. क्षत्रीओने, सेना पतिने के सैन्यमां, लप्करमा नोकरी करनारने हाथमां बाण, बंदुक, के ध्वजनुं चिन्ह होय छे. बेलनुं चिन्ह खेती करनारने के जमीनदारने होय छे, ताराओनुं चिन्ह महान योगीने के सारा भोगीने होय छे. विगेरे चिन्होनां लक्षणां घणां प्रकारनां छे. त्रिओनुं चिन्हमां फेरफार. मच्छनी आकृति सौभाग्यवतीने होय, स्वस्तिक ( साथीआ ) जेबी आकृति होय तो पैसादार, जेना हाथमां कमल होय ते राणी होय के राज्य भोगवनारने जन्म आपे, त्राजवुं होय तो वेपारी धनवाननी स्त्री होय हाथी, घोडा, घर, मंदिर, अने वज्रना चिन्हवाळी, तीर्थ करनार के क्षत्राणी होय, बेल शकटना चिन्ह वाळी खेडुतनी के जमीनदारनी स्त्री. होय, चामर, तलवार, गदा, त्रिशुळ, नगारूं के धनुष्य के अंकुशना चिन्ह-वाळी साधारण राजानी के ठाकोरनी स्त्री होय; जेना हाथमां विंछी, सर्प,. उंट, बीलाडी, शीयाळ के पक्षीनुं चिन्ह होय ते अभागीनी स्त्री होय, दुःखी "Aho Shrutgyanam"

Loading...

Page Navigation
1 ... 309 310 311 312 313 314 315 316 317 318 319 320 321 322