Book Title: Harit Kavyadi Nighantu
Author(s): Bhav Mishra, Shiv Sharma
Publisher: Khemraj Shrikrishnadas
View full book text
________________
(१३६) भावप्रकाशनिघण्टुः भा. टी. । (३९) कानानुसार्य-काीयक ( पीला चन्दन ), तगर, शैम्य (ही) () चपिय- चम्पक (चंपा), नागकेसर, पद्मकेमर ( कमलकेतर ) (१) नादेयी-गणकारिका (गनियारी ) जलजंबु ( जलजामन )
जलवेतस ( जलवेत ) (२) पाक्य-विड़ ( विडनोन ) सोवर्चल सोवर्चलनोन ( यवक्षार ),
(जोखार ) (४३) विशल्या-लांगली ( कलियारी ) गुडूबी ( गिलोय ) मधुदन्ती
__ (बोरीदन्ती) (४) इंद्रगु-कुंकुम ( कोह ), देवदारु ( देवदार ) कुटन (कुडा) (४५) काश्मीर-कुंकुम ( केसर ) पुष्करमूल (पोहकरमूत्र ) गंभारी (१६) गुंद-पटेरक, मुंज, शर (सरपता) (७) गुंद्रा-प्रियंगु, फलिनी, भद्रमुस्तक (भद्रमोषा) (८) बुक-शुक्तक, अम्लनेतस (अम्तवेतस ), वृक्षात्म (१९) पारिभद्र-निंब (नीम), पारिजात (फरहद ), देवदारु (५०) पतिदारु-हरिद्रा ( हलदी ), देवदारु सरल (५१) वीर-कुकुम ( कोह ), वीरण :( पीरणरण ), काकोली (५२) वीरतक-कुकुम ( कोह ), वीरण ( वीरसतृण ), शर ( शर्पता). (५३) मयूर-अपामार्ग (चिरचिटा ), अजमोदा, तुत्थ (नीलाथोथा) (५४) रक्तसार-रकचन्दम (बालचन्दन ), पतंग (पतंग ), खदिर ( खेर) (५५) परसुवर्चला ( हुलहुल ), अश्वगन्धा (असगन्ध ), वाराही
(बाराहीकन्द) (५६) वशिर-रकमार्ग ( लाल ) चिरचिटा ), गजपिप्पली, समुद्रलवण
(समुन्नोन ) (५७) सौधौर-जनभेद (सफेदपुरमा ), बदर (बेर ); संधानभेद
(कणीका नद) Aho ! Shrutgyanam

Page Navigation
1 ... 476 477 478 479 480 481 482 483 484 485 486 487 488 489 490