Book Title: Gyan aur Karm
Author(s): Rupnarayan Pandey
Publisher: Hindi Granthratna Karyalaya

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Page 13
________________ भूमिका उपक्रमणिका विषय सूची | 870 800 प्रथम भाग -ज्ञान । sooch 000 ०० ... ... ... १ - ज्ञाता । यह ज्ञाताका लक्षण - हम कौन हैं और हमारा स्वरूप क्या है, जानने की आवश्यकता — देह और देही दोनोंकी भिन्नता — भिन्नतामें सन्देह - सन्देहका निराकरण 000 ... 000 आत्माका स्वरूप, उत्पत्ति और स्थिति ज्ञानगम्य न होने पर भी विश्वासगम्य है 080 ... 0-0-0 ज्ञान और विश्वास में प्रभेद - आत्मा ब्रह्मका अंश है— आत्माकी उत्पत्ति स्थिति के सम्बन्धमें अनेक मत — ज्ञाताकी शक्तियोंके जाननेके उपाय 000 ... Doo 830 : 440 000 000 000 २- ज्ञेय । ज्ञेयका लक्षण - आत्मा और अनात्मा - ज्ञातासे ज्ञेय या ज्ञेयसे ज्ञाता ? — अभिव्यक्तिवाद कहाँतक ठीक है ? — जगद्विषयक ज्ञान है या वास्तव ? ... • D पश्चिमी तार्किकोंके मतसे ज्ञानके तीन नियम कार्यकारण सम्बन्ध भी ज्ञेय विषय है— त्रिगुणतत्त्व — ज्ञेय या पदार्थका प्रकार निर्णय ... १९ ९ १० १६ २१ २२

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