Book Title: Gaharayankosa
Author(s): Jineshwarsuri, Amrutlal Bhojak, Nagin J Shah, Dalsukh Malvania
Publisher: L D Indology Ahmedabad

View full book text
Previous | Next

Page 101
________________ अमयमइया वि बाला ३६२ अमरसिरोवरि ठाणं ७६७ अमुणियपयारिहरिसंक-२७७ अमुणियविसेसपसरत. ३३० अरिकामिणोण कुंकुम-२२५ भरिकुंभिकुंभनिन्मेय-२२२ भलिकुललयकज्जल-२२३ अलियकुवियं पि कयमंतुओ ४८० अवणितो संतावं हेमंतो ६७० भवरगुणेणं जाणं २५४ अवरज्झसु वीसत्थं १७३ अवराहसहस्साई ४०१ अवरेहिं वि जं सिज्झइ २४६ अवलंबियं तणाई २५२ अवियण्हपिच्छणिज्जं ३३४ अवियारिऊण कज्ज २५३ भविश्यमहुपाणपरव्वस-६२७ भविरयरयकेलिपसंग-४४१ असतीण नमो ताणं ६९७ अह मणहरचंदमुही ६५८ महरच्छलेण दिन्ना ३०५ अहलो पत्तावरिओ ७२४ अहिणवपेमसमागम-२७५ अहिणि व्व कुडिलगमणे ! २८४ अहियमहियं कलाओ ७९० भायंपंतकवोल ४५५ । मालाव-हास-परिरंभणाई ४२९ आलोयमत्तवियसंत-६०३ भावायमेत्तगरुएहिं ४१६ आसंसारं कइपुंगवेहिं १६ आसन्नसंगमासाए ५३९ आसन्नसिसिरभयकायरेहिं ६६१ आसासिज्जइ चको ५३८ । भासुघिऊण अइ ए ! ६९२ इक्वत्तो रुयह पिया अण्णत्तो १७० इच्छति न नेहलवं ७२ इट्टाचुन्नं किरं (2) मुणइ ५९३ इण्हि पहुणो पहुणो पहुत्तणं १११ इत्तो रुहिरं इह मोत्तियाई ०३५ इन्हि वारेइ जणो तइया ४१४ इय अम्ह निसासेसे ५८३ इयरो गामतलाओ ३७ इह परलोअभवाण ८२८ इहलोयभवाणं पि हु८३१ इह वस-मासं इह ७३८ ईसा-मच्छररहिएहिं ३६३ इसि पि न लक्खिज्जइ ८५ उक्कीरिउ मयंकं ३१२ उज्अग्गिरस्स तणु[? यत्तणस्स ४५४ उज्जाणं व सतिलयं ४५९ उज्जाण(णे) वियसियजाइ- ६१७ उदये पत्ते दोसायरो ५८९ उद्दामपियालवणो २०८ उद्धधलयं छायाविवज्जियं ३५० उन्नयसिहो वि दीवो ११९ उन्हो त्ति समत्थिज्जइ ६७६ उप्पज्जति चयंति य ५८ उप्पज्जति तहिं चिय १५८ उम्मूलेइ न पवणो १८३ उय ऊढभुवणभारो वि ५४ उयह नहं मज्झगएक- ६६७ उयह महीहररच्छंग-७६१ उयहि-वडवानलाणं ५१ उवयरिएसु वि केसु वि २४. उवरिनिवेसियणलिणी-६६५ उठवहइ भत्थसेलो ५२६ उवहइ नवतणंकुर- ७२८ उव्वहसि कीस गव्वं १९१ ऊहइ सो को वि कया ७९१ एईए [?] अहरहयाणि ३०६ एक्कं चिय सलहिज्जइ ३७३ एकत्तो कमलवणं ३४४ एक्कस्स मलयगिरिणो ७३१ एका अमावस च्चिय ३४१ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122