Book Title: Digambaratva Aur Digambar Muni
Author(s): Kamtaprasad Jain
Publisher: Digambar Jain Sarvoday Tirth
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प्रीतकर
२
पृथ्वीराज चौहान ९६
६२ प्रभाचन्द्राचार्य
पुण्ड्रबर्धन प्रभाचन्द्रदेव १३०, १३८, १४० पुण्डी(अर्काट)
११३ प्रभास
पुत्राट प्रयाग
३२,८७ पुनिस राजा . प्रबोष चन्द्रोदय
__ १०० पुलकेशी द्वितीय पाखण्ड
१५,८४
पुलल पाटिकपुत्त
४५,६७ पुलिस एकर पाटलिपुत्र ६९, ८१, १००, १३९ पुलमायिहाल
७६ पाटोदी
१५३ पुष्पदन्त पाण्ड्य
१०४, ११९ पुष्पदन्ताचार्य पाण्ड्य नरेश
१४० पुष्यमित्र पापड़ ७७, ८१ पुष्यसेन मुनि
११६ पाण्डुकाभय १४७
१२० पाण्डवमलय
१३६ पूज्यपाददिगम्बराचार्य पाणिपात्र
११४,९१५. ५१६, ११८ पादरी पिन्हेरी
१५४ पूर्णकाश्यप पायसागर मुनि
पूर्णचन्द्र पारथसार्दी १६३ पेरियपुराणम्
१२० पारस्य
पेशावर
८७ पाश्र्वनाथ
६०,६३, ७०, पैहो
१४६ १०३, १२३, १२७, १३१ पोदनपुर पाराशर
पोरवाड़ पालाशिक
१०७ प्रोपवधोपवास पाबा
प्रोष्ठिल पाहिलसरदार
फतहसागर ब्र,
१६९ पात्रकेसरी १२९ फलटन
१५९ पिटर डेवााल्ला
फागी(जयपुर)
१५८ प्रियकारिणी
फाहयान पित्री कौन्सिल
१६२, १६३ फ्रांस पिहिताश्रव
फिरोज़ाबाद
१६० पीटर
बकग्रीव (184)
१०२
५८
६१
५
१३१

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